मुंबई: इस बार मुंबई और दिल्ली (Mumbai and Delhi) में एक साथ एक ही दिन मानसून ने दस्तक दी. भारतीय मौसम विभाग(IMD) की मानें तो इससे पहले 21 जून 1961 को भी ऐसा हुआ था, जब राजधानी दिल्ली (capital is Delhi) और आर्थिक राजधानी मुंबई में एक साथ मानसून ने हिट किया था. अब 64 साल बाद ऐसा संयोग बना जब दिल्ली, मुंबई में एक साथ एक ही दिन मानसून ने दस्तक (Monsoon knocks) दी. हालांकि मुंबई में मानसून पूर एक सप्ताह की देरी के साथ पहुंचा है.हालांकि बारिश से दिल्ली और आसपास के इलाकों में बीते कई दिनों से चिलचिलाती गर्मी झेल रहे दिल्ली वासियों को राहत तो मिली, लेकिन मानसूनी बारिश से गुरुग्राम के विभिन्न इलाकों में जलभराव की सूचना मिली है. जलभराव से आम जनजीवन पर इसका असर देखने को मिला है.
देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून अभी सक्रिय है. मानसून मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में छा गया है. मौसम विभाग के मुताबिक देश के अन्य राज्यों मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा, गुजरात, राजस्थान, पंजाब और जम्मू के कुछ हिस्सों में भी दक्षिण-पश्चिम मानसून ने दस्तक दे दी है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने कहा, दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले 2 दिनों में आगे बढ़ेगा और देश के अन्य हिस्सों को भी कवर करेगा.
मुम्बई महाराष्ट्र में मानसून के आगमन पर IMD सुषमा नायर का कहना है कि, मुम्बई और पूर्वी महाराष्ट्र में अभी मानसून 25 जून से दाखिल हुआ है. हवा का दबाव बंगाल की खाड़ी में बना हुआ है, ऐसे में उड़ीसा और झारखंड पर इसका असर पडेगा. दूसरी स्थिति ऐसी है कि महाराष्ट्र और कर्नाटक की तरफ भी ये आगे बढ़ेगा हवा के दबाव के चलते.
मुम्बई में बिल्डिंग गिरने की एक दिन में दूसरी घटना सामने आई है. मुम्बई के विले पार्ले में भी बिल्डिंग का एक हिस्सा बारिश के चलते गिरा. विले पार्ले में बिल्डिंग कोलैप्स हादसे में 2 लोगो की मौत हो गई है.एक गंभीर घायल है और 2 सामान्य घायल बताए जा रहे हैं. अब तक पांच लोग घायल हो गए हैं. सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है.
IMD सुषमा नायर का कहना है कि, साइक्लोनिक सिचुएशन भी बनी हुई है. समंदर में बढ़ते हवा के दबाव क्षेत्र के जरिये जिसका असर नार्थ ईस्ट एयर गुजरात के कोस्टल एरिया पर होगा. इसलिए हमने चेतावनी भी जारी की है. मुम्बई के कोंकण बेल्ट यानी कि पश्चिमी महाराष्ट्र जो घाटी बहुल इलाके हैं उन इलाकों में अगले 4 से 5 दिनों में भारी वर्षा हो सकती है.
अहमदनगर में अचानक हुई बारिश से नदियों और नहरों का जल स्तर अचानक बढ़ गया. अहमदनगर जिले के पारनेर तालुका में जाधववाड़ी राऊतवाड़ी शिराधोन क्षेत्र में भारी बारिश के कारण नदियों में बाढ जैसी स्थिति बन गई है.पारनेर तालुका में कुछ जगहों पर रात के दौरान भारी बारिश हुई है. इसलिए नाले और नदियाँ उफान पर हैं, पारनेर तालुका के जाधववाड़ी राऊतवाड़ी शिराधोन क्षेत्र का सारा पानी वडज़िरे क्षेत्र के झरनों और नदियों तक पहुँच गया है.
महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में तेज बारिश के बीच कणकवली कॉलेज रोड पर एक तेज रफ्तार ट्रक पर अचानक एक पेड़ गिर गया. गनीमत रही कि ट्रक ड्राइवर ने ट्रक को नियत्रिंत कर लिया नहीं तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी. नगर पंचायत के लोग पहुंचकर पेड़ की कटाई कर रास्ते को क्लियर करा रहे हैंं. उधर,पुणे जिले के खेड़ शिवपुर इलाके में भारी मानसूनी बारिश के कारण इलाके के पुणे सतारा हाईवे की सर्विस रोड पर भारी मात्रा में पानी देखा गया. इस पानी से निकलने में वाहन चालकों को काफी मशक्कत करनी पड़ी, वहीं कई गाड़ियां पानी में फंस भी गई.
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