इंदौर (विकाससिंह राठौर)। शहर को स्वच्छता (cleaning the city) के साथ ही प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए भी तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत शहर के हर प्रमुख क्षेत्र में वायु प्रदूषण की जांच पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए शहर में तीन नए पॉल्यूशन मॉनिटरिंग स्टेशन (new pollution monitoring stations) बनाए गए हैं, जिनकी शुरुआत 15 फरवरी से की जाएगी। ये स्टेशन कलेक्टोरेट के पास मालव कन्या विद्यालय, मूसाखेड़ी और बिचोली हप्सी में बनाए गए हैं। इन स्टेशनों के शुरू होने के बाद शहर में कुछ छह स्थानों से हर पर वायु प्रदूषण पर नजर रखी जा सकेगी।
शहर में क्लीन एयर कैटेलिस्ट प्रोजेक्ट के तहत यह तीन नए स्टेशन बनाए गए हैं। इस प्रोजेक्ट के तहत प्रदूषण नियंत्रण पर चरणबद्ध तरीके से काम करने के लिए देश में सिर्फ इंदौर को चुना गया है। इस पूरे प्रोजेक्ट को पांच मिलीयन डॉलर का फंड दिया गया है। इसके तहत नए स्टेशन लगाने से लेकर वायु प्रदूषण की गणना, इसकी समीक्षा और प्रदूषण कम करने के उपायों पर काम किया जाएगा। इसी क्रम में सबसे पहले शहर में तीन नए पॉल्यूशन मॉनिटरिंग स्टेशन बनाए गए हैं। प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि ये तीन स्टेशनों को शहर की अलग-अलग आबादी व भौगोलिक संरचना के आधार पर चुना गया है। कलेक्टोरेट के समीप मालव कन्या विद्यालय को रहवासी व व्यवसायीक क्षेत्र, मूसाखेड़ी में नर्मदा प्रोजेक्ट को स्लम एरिया और बिचोली हप्सी के शासकीय हाई स्कूल को ग्रामीण क्षेत्र की मॉनिटरिंग के लिहाज से लगाया गया है। इन स्टेशनों पर ट्रायल शुरू हो चुका है और 15 फरवरी को महापौर पुष्यमित्र भार्गव और निगमायुक्त प्रतिभा पाल द्वारा इनका उद्घाटन किए जाने के बाद ये डेटा ऑनलाइन भी नजर आने लगेगा।
अभी तीन स्थानों पर हो रही ही मॉनिटरिंग
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि अभी शहर में रीगल सर्कल पर पुलिस मुख्यालय, विजय नगर में फाइन आर्ट्स कॉलेज और रिजनल पार्क में पॉल्यूशन मॉनिटरिंग स्टेशन के जरीए पूरे समय प्रदूषण की जांच की जा रही है। इनका पूरा डेटा हर पर सेंट्रल और स्टेट के सर्वर पर ऑनलाइन भी अपडेट होता है। इसके अलावा सांवेर रोड पर मैन्युअल डेटा कलेक्ट किया जा रहा है और पोलोग्राउंड में भी एक स्टेशन है, लेकिन उसका डेटा भी ऑनलाइन नहीं जुड़ा है। तीन नए स्टेशन शुरू होने से शहर में छह स्थानों से प्रदूषण की हर पर की जानकारी रिकार्ड की जा सकेगी और उसी आधार पर सुधार के काम किए जा सकेंगे।
कलेक्टोरेट पर बारिश की गणना भी होगी
अधिकारियों ने बताया कि कलेक्टोरेट के समीप मालव कन्या विद्यालय में लगाए गए मॉनिटरिंग स्टेशन पर वेदर सेंसर भी लगाए गए हैं। इससे यहां हवा की गति और दिशा के साथ ही बारिश की गणना भी हो सकेगी, यह व्यवस्था अभी सिर्फ रीगल पर लगे स्टेशन पर ही है। इसके कारण इस क्षेत्र में होने वाली बारिश की भी सही जानकारी मिल सकेगी। मौसम विभाग द्वारा एयरपोर्ट और कृषि महाविद्यालय पर बारिश की गणना की जाती है। वहीं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा रीगल पर, लेकिन नया स्टेशन शुरू होने के बाद कलेक्टोरेट क्षेत्र में भी बारिश की सही जानकारी मिल सकेगी।
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