आधार कार्ड को मतदाता सूची से जोडऩे घर-घर नहीं जा रहे कर्मचारी, सूची में चौथे पायदान पर इंदौर
ग्रामीण क्षेत्रों ने बाजी मारी, शहरी कर्मचारी निकम्मे साबित
इंदौर। आधार कार्ड (Aadhar card) को मतदाता सूची से लिंक करने की मुहिम में निकम्मे साबित हो रहे कर्मचारियों पर निर्वाचन विभाग (election department) की गाज गिरी। तीन बीएलओ को जहां निलंबित (Suspend) कर दिया गया, वहीं 150 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। इंदौर जिलेवार जारी की गई रैंकिंग में टॉप 3 में भी अपनी जगह नहीं बना सका। अब विभाग की नींद खुली और कार्रवाई का दौर चल पड़ा।
इंदौर चुनाव कार्यालय (Indore Election Office) ने तीन बूथ स्तर के अधिकारियों (BLO) को निलंबित (Suspend) कर दिया है, जबकि लगभग 150 को मतदाताओं से संपर्क करने और उन्हें अपने आधार कार्ड नंबर को मतदाता पहचान पत्र से जोडऩे के लिए प्रेरित करने सहित कत्र्तव्यों के निर्वहन में उदासीनता पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। यह कार्रवाई उस समय हुई है, जब इंदौर नीचे चौथे स्थान पर खिसक गया है। इंदौर जब टॉप 3 में भी अपनी जगह नहीं बना सका, तब अधिकारी चेते हैं। हालांकि भोपाल राज्यव्यापी अभियान की रैंकिंग में आखिरी पायदान पर है। ज्ञात हो कि यह अभियान 1 अगस्त को शुरू किया गया था, जिसमें 2,350 बीएलओ को आधार-वोटर आईडी लिंकिंग के लिए जिले के 26.16 लाख मतदाताओं से संपर्क करने और उन्हें प्रेरित करने का काम सौंपा गया था।
एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे अधिकारी
आधिकारिक सूत्रों के दावे के अनुसार हरसंभव प्रयास करने के बावजूद इंदौर अगस्त के अंत तक 49.32 फीसदी लक्ष्य प्राप्त करके नीचे चौथे स्थान पर खिसक गया, जबकि भोपाल के केवल 34.45 फीसदी मतदाताओं ने अपने आधार को मतदाता पहचान पत्र से जोड़ा। राज्यव्यापी रैंकिंग में सबसे कम स्थान पर जहां भोपाल है, वहीं एक माह में 84.45 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर निवाड़ी जिला शीर्ष पर रहा है। स्थानीय चुनाव अधिकारियों के अनुसार इंदौर के शहरी मतदाता, जो अपने मताधिकार के अधिकार का प्रयोग करने में हमेशा अपने ग्रामीण मतदाताओं से पीछे रहते हैं, अपने आधार नंबर को मतदाता पहचान पत्र से जोडऩे के कार्य में भी आगे नहीं आ रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों ने शहरियों को पछाड़ा
आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार देपालपुर, डॉ. आंबेडकर नगर (महू) और सांवेर सहित ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्रों में क्रमश: 72 प्रतिशत, 50 प्रतिशत और 74 प्रतिशत मतदाताओं ने आधार कार्ड को मतदाता पहचान पत्र से जोड़ा है, जबकि इंदौर के शहरी निर्वाचन क्षेत्रों में सभी विधानसभाओं ने औसतन 41 फीसदी लक्ष्य हासिल किया है। इंदौर के राऊ विधानसभा क्षेत्र, जहां लगभग 50 फीसीदी ग्रामीण आबादी है, वहां पिछले एक महीने में लक्ष्य का 49 फीसदी हासिल किया है।
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