150 किलो चांदी से बन रहा है सिंहासन भी, कोरोना के कारण मेले का आयोजन नहीं, प्रोटोकॉल का भी करवाएंगे पालन
इंदौर । श्री खजराना गणेश मंदिर (Shri Khajrana Ganesh Temple) में परम्परागत आज से तीन दिवसीय (Three-day) तिल चतुर्थी महोत्सव ( Til Chaturthi Festival) शुरू हो गया है। मंदिर को आकर्षक फूलों (Attractive flowers) से सजाया गया है। 51 हजार तिल गुड़ और ड्रायफ्रुट्स (Dryfruits) से बने लड्डुओं का भोग लगाया गया। हालांकि कोरोना (Corona) के चलते कम श्रद्धालु (Devotees) सुबह पूजा के लिए पहुंचे।
कोरोना (Corona) के कारण मेले (Fair) सहित अन्य आयोजन मंदिर में नहीं आयोजित किए जा रहे हैं। मंदिर प्रबंधन समिति से जुड़े पुजारी अशोक भट्ट (Priest Ashok Bhatt) के मुताबिक तिल चतुर्थी महोत्सव इस बार भी धूमधाम से ही मनाया जा रहा है। आज समिति के अध्यक्ष व कलेक्टर मनीष सिंह ( Collector Manish Singh) मंदिर की प्रशासक और निगमायुक्त प्रतिभा पाल (Municipal Commissioner Pratibha Pal), पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र (Police Commissioner Harinarayanchari Mishra) भी पूजा-अर्चन और अभिषेक क महोत्सव की ध्वजा पूजन (Dhwaja Pujan) करेंगे। भक्त मंडल की ओर से 51 हजार किलो के तिल, गुड़, ड्रायफ्रुट्स के लड्डुओं का भोग भी भगवान गणेश को अर्पित किया गया। श्री भट्ट के मुताबिक हर बार तिल चतुर्थी के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहती है। मगर कोरोना (Corona) के चलते आज सुबह श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं रही और कम ही श्रद्धालु पहुंचे हैं। मंदिर समिति द्वारा लगभग 150 किलो चांदी (Silver) से भव्य सिंहासन भी बनवाया जा रहा है। पुराना लकड़ी का सिंहासन (throne ) खराब हो गया। इस नए सिंहासन का ऊपरी हिस्सा तो बनकर आ गया है। जयपुर (Jaipur) के कारीगरों द्वारा यह सिंहासन बनाया जा रहा है। कल भी गुप्त दान में 5 किलो चांदी भेंट में मिली है। इसका इस्तेमाल भी बन रहे सिंहासन में किया जाएगा। 4 स्टेप में दर्शन की व्यवस्था की गई और मास्क भी अनिवार्य हर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रहेगा।
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