भोपाल। भाजपा के सदस्यता अभियान की तर्ज पर कांग्रेस ने भी बुधवार को ग्वालियर में महासदस्यता अभियान का बिगुल फूंका। इस अभियान में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, डॉ गोविंद सिंह, पीसी शर्मा, जयवर्धन सिंह, पूर्व विस अध्यक्ष एनपी प्रजापति जैसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मंच पर जमा हुए और भाजपा पर जमकर निशाना साधा। वहीं अब कांग्रेस के इस कार्यक्रम पर मप्र के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसा है।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को अपने निवास पर मीडिया से बताचीत करते हए ग्वालियर पहुंचे कांग्रेस नेताओं को लेकर कहा कि ग्वालियर में कांग्रेसी नेता पॉलिटिकल पर्यटन के लिए गए थे। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कार्यक्रम में कांग्रेस बी टीम के लोग थे और वहां सदस्यता का कहकर कुछ और किया गया। मंत्री मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ की आंधी अपनी ही सरकार को ले उड़ी, कांग्रेस बस बड़ी बैठक कर सकती है, प्रदर्शन बड़ा नहीं कर सकते। कांग्रेस पार्टी और नेता सिर्फ ट्वीट कर सकते हैं, पार्टी कांग्रेस का लोकतंत्र नहीं बचा पाई, देश का क्या बचाएंगे। इसके अलावा कांग्रेस जांच दल के दतिया दौरे पर मंत्री मिश्रा ने कहा कि एक भी झूठा प्रकरण हो तो मीडिया के सामने लाये। एक भी प्रकरण झूठा नहीं है, नेता वहां केवल माफियाओं के लिए जा रहे हैं। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मंत्री मिश्रा ने कहा कि भाजपा ने बिजली उपलब्ध कराई और कांग्रेस देश को चिमनी चम्बल युग में ले गयी है, हमने सम्बल जैसी योजनाएं दी हैं जिससे लोगों को राहत मिली। या तो कांग्रेस मुक्त भारत होगा या गांधी मुक्त कांग्रेस होगी।
कलाबजारी करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सख्त लहजे में कहा है कि कलाबजारी करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई, शिकायत मिलने पर थानों पर भी होगी कार्रवाई। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में यूरिया और राशन की कालाबाजारी करने वाले सीधे जेल भेजे जाएंगे। यदि किसी क्षेत्र में यूरिया या राशन की कालाबाजारी पाई गई तो उस क्षेत्र के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
एनईईटी परीक्षा नौजवानों और देश के भविष्य से जुड़ी
एनईईटी- जेईई परीक्षा पर कांग्रेस के विरोध पर मंत्री मिश्रा ने कहा कि यह परीक्षा बहुत ज़रूरी है। इससे जनभागीदारी के काम होते हैं। उन्होंने कहा कि एनईईटी- जेईई की परीक्षा कोई छोटी-मोटी परीक्षा नहीं है। ये नौजवानों और देश के भविष्य से जुड़ी हैं। विपक्ष को इसका विरोध कर देश के भविष्य से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए।