इस्लामाबद: हाल ही में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक विशाल रैली की, जिसमें लाखों की भीड़ एकत्रित हुई थी. वहीं इस रैली को लेकर खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें बताया गया है कि इमरान खान और उनकी पार्टी की होने वाली रैलियां आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान और अफगानिस्तान के आतंकवादियों के निशाने पर हैं. इसके बाद पाकिस्तान ने अफगानिस्तान तालिबान सरकार से इन आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग भी की है.
TTP पाकिस्तान में फैलाना चाहता है अशांति
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी द्वारा 22 मार्च 2023 की रात को एक विशेष अलर्ट जारी किया गया. इस विशेष अलर्ट में कहा गया कि विदेशी खुफिया एजेंसियों की मदद से आतंकवादी संगठन तहरीके तालिबान पाकिस्तान का कमांडर मुकर्रम खुरासानी पाकिस्तान में अफगानिस्तान के आतंकवादियों की मदद से पाकिस्तान में अव्यवस्था फैलाना चाहता है. इसके तहत उसके निशाने पर पाकिस्तान की पीटीआई पार्टी के चेयरमैन इमरान खान की पाकिस्तान लाहौर में होने वाली रैली के अलावा इमरान खान की पार्टी पीटीआई की रैलियां हैं.
खुफिया एजेंसी ने किए कई दावे
पाकिस्तान के इस खुफिया अलर्ट में विशेष तौर पर कहा गया कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के आतंकवादी अब्दुल हकीम खुरासानी के साथ संबंध बनाए हैं. अब्दुल हकीम खुरासानी का पाकिस्तान के नूरिस्तान में 25 खूंखार आतंकवादियों का एक ग्रुप है. पाकिस्तानी खुफिया अलर्ट के मुताबिक मुकर्रम ने चार से पांच आतंकवादियों को अफगानिस्तान से पाकिस्तान के लाहौर और पंजाब इलाकों में बुलाया है.
अफगानिस्तान से पाकिस्तान में घुसे हैं आतंकवादी
अलर्ट में यह भी बताया गया है कि इन लोगों ने पाकिस्तान के अफगानस्तान से लगने वाले एक बॉर्डर की तरफ से पाकिस्तान में 4 दिन पहले घुसपैठ की है. इन लोगों को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी रैलियों को टारगेट बनाने का काम दिया गया है. दिलचस्प यह भी है कि पाकिस्तान द्वारा जारी इस खुफिया अलर्ट यह भी कहा गया है कि आतंकवादी पुलिस की वर्दी और पुलिस की गाड़ियां आतंकवादी वारदातों में प्रयोग कर सकते हैं.
इमरान खान और उनकी रैली को निशाना बना सकते हैं आतंकवादी
पाकिस्तान द्वारा जारी इस अलर्ट में स्पष्ट तौर पर यह भी कहा गया है कि यह सूचना बहुत ही विश्वास योग्य है. क्योंकि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी द्वारा इस अनेक सूत्रों के द्वारा चेक किया गया है. अलर्ट में कहा गया कि इमरान खान की पार्टी पीटीआई द्वारा की जाने वाली रैली और होने वाली रैलियों को पूरी तरह से सुरक्षा दी जाए, जिससे किसी भी तरह की कोई आतंकी वारदात ना हो सके.
पाकिस्तान ने अफगानिस्तान से आतंकवादी संगठनों पर कार्रवाई करने को कहा
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलोच ने अफ़ग़ान तालिबान से कहा कि पाकिस्तान को उम्मीद है कि अफगान तालिबान उन “आतंकवादी संस्थाओं” के खिलाफ कार्रवाई करेगा जिनके ठिकाने अफगानिस्तान में हैं”. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि अफगान अधिकारी इन आतंकवादी संस्थाओं के खिलाफ कार्रवाई करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि वे पाकिस्तानी लोगों और पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के लिए खतरा पैदा न करें. बता दें कि अफगानिस्तान पर तालिबान के शासन के बाद, पाकिस्तान में हमले अभूतपूर्व रूप से बढ़ गए हैं.
इमरान खान की रैली शांतिपूर्ण होने से खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट पर उठे सवाल
इस मामले में दिलचस्प तथ्य यह है कि इमरान खान की मीनारें पाकिस्तान में होने वाली रैली बहुत शानदार तरीके से आयोजित हुई और उसमें हजारों लोगों ने भाग लिया पूरी रैली के दौरान आतंकवादी वारदात तो दूर रही एक भी भगदड़ तक नहीं हुई. जिसके चलते पाकिस्तान की इस खुफिया रिपोर्ट पर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं. इसके पहले आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान एक बयान जारी कर यह कह चुका था कि उनका संगठन पाकिस्तान में चुनाव के खिलाफ नहीं है और ना ही वह किसी चुनावी रैली में किसी भी तरह की कोई आतंकी वारदात करना चाहते हैं.
पाकिस्तान अपने पड़ोसी देशों के खिलाफ कर रहा है दुष्प्रचार!
खुफिया एजेंसियों का मानना है कि पाकिस्तान अपने इस दुष्प्रचार के जरिए विश्व के सामने अपने पड़ोसी देशों को नीचा दिखाना चाहता है और उनके खिलाफ जानबूझकर दुष्प्रचार कर रहा है. हालांकि पाकिस्तान कि अपने पड़ोसी देशों को बदनाम करने की यह साजिश पूरी तरह से विफल हो गई है. क्योंकि इमरान खान और उनके द्वारा की जाने वाली रैली पूरी तरह से सुरक्षित रही. लेकिन पाक की नापाक खुफिया एजेंसी की इस चाल की संभावना को नकारा नहीं जा सकता.
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