नई दिल्ली: ट्विटर, गूगल, अमेजन, मेटा और माइक्रोसॉफ्ट ये वो मल्टीनेशनल टेक कंपनियां हैं जिन्होंने भारी संख्या में लोगों को नौकरी से निकाला है. पिछले साल नवंबर से शुरू हुई ये प्रक्रिया नए साल में भी जारी है. इस मामले में भारतीय कंपनियां भी पीछे नहीं रही हैं, अगर जनवरी के ही आंकड़े देखें तो कई भारतीय कंपनियों ने सिर्फ 29 दिन में ही हजारों लोगों को नौकरी से निकाल दिया है.
टेक कंपनियों में भी सबसे बुरी हालत स्टार्टअप सेगमेंट की है. भारत में बीते कुछ समय से स्टार्टअप कंपनियों को फंड जुटाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसी के साथ उनकी नई कमाई पर भी प्रतिकूल असर पड़ा है. 2023 के सिर्फ 29 दिन में इन भारतीय कंपनियों ने हजारों लोगों को नौकरी से निकाल दिया है.
- कार सर्विसिंग सेगमेंट में काम करने वाली GoMechanic ने अपने 70 प्रतिशत एम्प्लॉइज को नौकरी से निकालने का ऐलान किया है. कंपनी के फाउंडर्स में से एक अमित भसीन ने स्वीकार किया है कि कंपनी वित्तीय दिक्कतों से जूझ रही है और इसलिए अपने 70 प्रतिशत कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रही है. इतना ही नहीं कंपनी अपना ऑडिट भी कराने जा रही है.
- इसी तरह Dealshare नाम की ई-कॉमर्स कंपनी ने करीब 100 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. ये उसके 1500 एम्प्लॉइज के करीब 6 प्रतिशत के बराबर है.
- MohallaTech नाम की सोशल मीडिया कंपनी ShareChat जैसी शॉर्ट वीडियो ऐप का संचालन करती है. इस कंपनी ने अपने एम्प्लॉइज की संख्या में 20 प्रतिशत कटौती लाने का लक्ष्य रखा है. इस तरह कंपनी से 500 से ज्यादा लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है.
- ऑनलाइन फूड और ग्रॉसरी डिलीवरी कंपनी Swiggy भी 380 एम्पलॉइज की छुट्टी करने जा रहा है. कंपनी के सीईओ श्रीहर्ष मजेती ने कर्मचारियों को मेल भेजकर इस बारे में जानकारी भी दे दी है.
- रिलायंस रिटेल के निवेश वाली Dunzo भी अपने 3 प्रतिशत एम्प्लॉइज नौकरी से निकाल चुकी है. कंपनी ग्रॉसरी की क्विक डिलीवरी वाले सेगमेंट में काम करती है.
- राइड सर्विस देने वाली कंपनी Ola ने भी हाल में 130 से 200 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है. कंपनी इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में भी काम करती है. इससे पहले पिछले साल सितंबर में कंपनी ने 200 इंजीनियर्स को नौकरी से निकाल दिया था.
- ऑनलाइन पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर्स Cashfree ने तुरंत में अपने 100 एम्प्लॉइज की छुट्टी कर दी है. लागत घटाने के लिए कंपनी ने ये फैसला किया है.
- देश के सबसे मूल्यवान स्टार्टअप में से एक Byju’s ने भी नए साल में बड़ी संख्या में लोगों को नौकरी से निकाला है. कंपनी का कहना है कि वह अपने 50,000 एम्प्लॉइज के वर्कफोर्स में से 5 प्रतिशत की कटौती करेगी. जबकि 2022 में कंपनी 600 लोगों को Toppr और WhiteHat Jr. जैसे स्टार्टअप से निकाल चुकी है.
- एजुटेक सेक्टर की एक और कंपनी Vedantu ने इस साल 385 लोगों को नौकरी से निकाला है. इससे पहले कंपनी पिछले साल मई से जुलाई के बीच 700 से ज्यादा लोगों को नौकरी से निकाल चुकी है.
- इसी सेगमेंट की एक और कंपनी Unacademy ने भी 2023 के सिर्फ 29 दिन में 350 लोगों की छंटनी की है. जबकि पहले कंपनी 1,000 से ज्यादा एम्प्लॉइज को बाहर का रास्ता दिखा चुकी है.
- जनवरी में लोगों को नौकरी से निकालने वाली एक और कंपनी का नाम FrontRow है. इसने अपनी टोटल वर्कफोर्स के करीब 75 प्रतिशत यानी 130 लोगों की छुट्टी कर दी है.
इसके अलावा भी कई और कंपनियों ने कुछेक संख्या में अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है.