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- सडक़ पर सो रहे लोग हुए हैं कुंभ में हादसे का शिकार
- अमावस्या पर इंदौर के शिविर से बांटा गया 30 क्विंटल केसरिया भात
इंदौर । प्रयागराज (Prayagraj) के कुंभ (kumbha) में इस समय भारी भीड़ उमड़ी हुई है। पूरे कुंभ क्षेत्र में वाहनों (Vehicles) का चलना पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। सडक़ पर इतनी भीड़ है कि पैर रखने की भी जगह नहीं है। लोगों के लिए सडक़ पर चल पाना भी मुश्किल हो गया है। श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला अभी भी बरकरार है। इंदौर से इस कुंभ में भाग लेने के लिए गए सभी हजारों नागरिक सुरक्षित हैं। कल मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) के मौके पर इस कुंभ में इंदौर के शिविर से श्रद्धालुओं को 30 क्विंटल केसरिया भात बांटा गया।
मंगलवार और बुधवार के दरमियानी रात में आधी रात के बाद कुंभ क्षेत्र में भगदड़ मचने से सरकारी तौर पर 40 नागरिकों की मौत हो गई। इसके साथ ही सरकार के द्वारा यह भी जानकारी दी गई है कि मौनी अमावस्या के दिन बुधवार को कुंभ क्षेत्र में स्नान कर पुण्य पाने के लिए 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु देशभर से पहुंचे हैं। कुंभ क्षेत्र में साधु संतों के सैकड़ो शिविर लगे हुए हैं। इन शिविर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु ठहरे हुए हैं। इसके अतिरिक्त लाज होटल में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु ठहरे हुए हैं। इसके साथ ही लाखों लोग सडक के किनारे ही डेरा डाले हुए है । इंदौर के एयरपोर्ट रोड पर स्थित विद्या धाम मंदिर का भी शिविर इस कुंभ क्षेत्र में लगा हुआ है। वहां पर 1500 नागरिक ठहरे हुए हैं। इस शिविर की व्यवस्था को संभाल रहे पंडित दिनेश शर्मा ने बताया कि शिविर में पहुंचे इंदौर के हजारों नागरिक पूरी तरह से सुरक्षित है। किसी भी नागरिक को कोई क्षति नहीं पहुंची है। महाकुंभ के दौरान आधी रात के बाद भगदड मचने की स्थिति बनी थी। इस घटनाक्रम के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि रोड पर बड़ी संख्या में लोग सोए हुए थे। उस समय पर लाखों लोग स्नान करने के लिए जाने लगे। इस दौरान भगदड मच गई तो उससे सडक़ और सडक़ के किनारे के बीच में लगाई हुई रेलिंग टूट गई। इस रेलिंग के टूट जाने से सोए हुए लोगों पर पैदल चलने वाले लोग चढ़ गए, जिसके चलते हुए लोगों की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि अखाड़े के द्वारा शाही स्नान नहीं करने का जो फैसला लिया गया वह जनता के हित में लिया गया है। इस फैसले का परिणाम यह हुआ कि बुधवार के दिन देर रात तक प्रयागराज के कुंभ के क्षेत्र में लोगों की खूब भीड़ बनी हुई थी और लोग स्नान कर पुण्य हासिल कर रहे थे। श्री विद्या धाम के शिविर से इस कुंभ में पहुंचे श्रद्धालुओं के लिए केसरिया भात यानी मीठे चावल का वितरण किया गया। एक क्विंटल केसरिया भात का वितरण मात्र 45 मिनट में हो रहा था। कल दिन भर में इस शिविर के बाहर से 30 क्विंटल केसरिया भात का वितरण किया गया है। इसके साथ ही खिचड़ी, हलवा और सब्जी – पूडी का भी वितरण किया गया।