– केंद्र सरकार के बजट में मध्यप्रदेश के लिए कुछ भी नहीं: जीतू पटवारी
भोपाल। मप्र कांग्रेस कमेटी (MP Congress Committee) के कार्यकारी अध्यक्ष और विधायक जीतू पटवारी (jeetu patwari) ने राजधानी भोपाल के बैरसिया स्थित एक गौशाला में हुई गायों की मौतों के मामले (cases of cow deaths) में राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने शिवराज सरकार को आड़े हाथों लेते हुए गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) सरकार गौ सेवा के नाम पर गौ हत्या कर रही है।
जीतू पटवारी ने बुधवार शाम को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने जो बजट पेश किया है, उसमें मध्यप्रदेश के लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं की गई है। यह बजट किसान नौजवान और दलित एवं आदिवासी समुदाय के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने 2022 में किसानों की आमदनी दोगुनी करने का वादा किया था लेकिन इस बजट में किसानों की चर्चा मुश्किल से 1 मिनट के लिए ही की गई। केंद्र सरकार ने बजट के नाम पर भारत की जनता से मजाक किया है। बजट में मध्यप्रदेश के लिए सिर्फ केन बेतवा नदी जोड़ो परियोजना का जिक्र किया गया है। यह कोई नई परियोजना नहीं है और लंबे समय से लंबित है।
पटवारी ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने पहले बुलेट ट्रेन चलाने का वादा किया था लेकिन इस बजट में बुलेट ट्रेन की बात कहीं दिखाई नहीं दी और सरकार वंदे भारत ट्रेन चलाने की बात कर रही है। यह ट्रेनें पीपीपी मॉडल पर चलेंगी और उनमें किसी तरह का सम्मानजनक रोजगार पैदा नहीं होगा। यह पूरी तरह से रेलवे के निजीकरण करने का षड्यंत्र है।
जीतू पटवारी ने मप्र में पिछले दिनों भोपाल की एक गौशाला में सैकड़ों गायों की मृत्यु के मुद्दे पर आरोप लगाया कि शिवराज सिंह चौहान सरकार गौ माता की हत्या कर रही है। गाय के दिन भर के भोजन के लिए सिर्फ एक रुपए 60 पैसे शिवराज सरकार दे रही है, क्या इतने पैसे में गाय का पेट भरा जा सकता है? शिवराज सरकार गौशालाओं के नाम पर सिर्फ अपने कार्यकर्ताओं को भ्रष्टाचार करने का मौका दे रही है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार में मध्यप्रदेश में 1000 गौशाला खुलवाई गई थी, लेकिन शिवराज सरकार उन गौशालाओं का भी सही ढंग से संचालन नहीं कर पा रही है।
उन्होंने कहा कि गोशाला में गायों की मृत्यु के मामले की जांच करने के लिए काग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने विधायक पीसी शर्मा के नेतृत्व में जांच कमेटी गठित की है। कमेटी अपनी जांच रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को सौंप देगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अहंकार में डूब चुके हैं। जब एक पूर्व मुख्यमंत्री किसानों की समस्या उठाने के लिए उनसे समय मांगता है तो वे डेढ़ महीने तक समय नहीं देते। अभी उन्होंने 1 दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ईश्वर का अंश बता दिया। इस तरह एक तरफ शिवराज सिंह चौहान के अंदर अहंकार बढ़ता जा रहा है तो दूसरी तरफ चापलूसी बढ़ती जा रही है। लेकिन शिवराज जी को समझ लेना चाहिए कि यह अहंकार रावण की तरह होता है।
उन्होंने मध्य प्रदेश के अधिकारियों को भी चेतावनी दी कि जो अधिकारी ईमानदारी से संवैधानिक तरीके से काम कर रहे हैं वे काम करें लेकिन जो सरकार के एजेंट बनकर राजनीतिक कार्यकर्ता की तरह कार्य कर रहे हैं 2023 में कमलनाथ सरकार बनने के बाद उनके साथ न्याय किया जाएगा। (एजेंसी, हि.स.)
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