डेस्क: ईरान में हिजाब पहनने के खिलाफ चल रहे देशव्यापी विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. ईरान सरकार किसी भी कीमत पर इन प्रदर्शनों को खत्म करवाना चाहती है. इसके लिए अब वो प्रदर्शकारियों में डर पैदा करने में जुट गई है. यही वजह है कि अब उन लोगों को 10 साल तक की सजा सुनाई गई है जिन्होंने इस प्रदर्शन के समर्थन में स्ट्राइक बुलाई थी.
ईरान की न्यायपालिका ने रविवार को घोषणा की है कि सरकार के खिलाफ चल रहे देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों के समर्थन में हड़ताल का आह्वान करने के लिए चार लोगों को 10 साल तक की जेल की सजा सुनाई गई है. यह पहली बार है जब न्यायपालिका ने स्ट्राइक जैसे किसी कदम के लिए जेल की सजा की घोषणा की है. पिछले महीने की शुरुआत में कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया के जरिए प्रदर्शनकारियों के समर्थन में तीन दिन की देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया था.
न्यायपालिका की मिजान ऑनलाइन समाचार वेबसाइट ने कहा कि चारों को एक से 10 साल के बीच की जेल हुई है. उनकी पहचान नहीं हुई और वे अब भी अपील कर सकते हैं. ईरान के दक्षिणी प्रांत होर्मोज़गन के लिए न्यायपालिका के प्रमुख मोज्तबा घहरामनी ने मिज़ान को बताया कि चारों को मुख्य रूप से ड्राइवर को हड़ताल करने के लिए उकसाने और बर्बरता के लिए सजा सुनाई गई.
उन्होंने बताया कि “चारों में से कोई भी ड्राइवर नहीं है या परिवहन क्षेत्र से कोई लेना-देना नहीं है.” घहरामनी ने कहा, “राष्ट्रीय सुरक्षा को बाधित करने के उद्देश्य से एक समूह बनाने के लिए एक को 10 साल की कैद और दूसरे को पांच साल की सजा सुनाई गई.”
उन्होंने कहा कि दो अन्य को एक-एक साल की जेल हुई और सार्वजनिक व्यवस्था में खलल डालने और ट्रक की खिड़कियों को तोड़ने के लिए जुर्माना लगाया गया. इससे पहले 5 दिसंबर को स्थानीय मीडिया ने बताया था कि अधिकारियों ने तेहरान में फ़ुटबॉलर अली डेई की एक ज्वेलरी शॉप और रेस्टोरेंट को सील कर दिया था, क्योंकि उसने प्रदर्शनकारियों के हड़ताल के आह्वान का समर्थन किया था.
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