नई दिल्ली: दिवाली के दिन हर छोटा बड़ा बिजनेसमैन देवी लक्ष्मी की पूजा करता है. उनके लिए ये नए साल की तरह होता है. नए अकाउंट्स बुक का शुभारंभ भी दिवाली के दिन ही किया जाता है. ऐसे में सरकार ने देश की बिजनेस कम्युनिटी को दिवाली से पहले एक बड़ा तोहफा दिया है. देश में स्वरोजगार बढ़े इसके लिए सरकार ने ‘मुद्रा योजना’ शुरू की हुई है और शुक्रवार को सरकार ने इसके तहत दिए जाने वाले लोन की लिमिट को दोगुना करने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया.
सरकार ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत अब कर्ज की अधिकतम सीमा को बढ़ाकर 20 लाख रुपए कर दिया है. पहले ये लिमिट 10 लाख रुपए ही थी. मुद्रा लोन के तहत सरकार अलग-अलग कैटेगरी में लोगों को अपना रोजगार बनाने के लिए बिना गारंटी का लोन उपलब्ध कराती है.
इस साल जुलाई में जब सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट घोषित किया था, तब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ये ऐलान किया था कि सरकार मुद्रा योजना की लोन लिमिट को दोगुना करेगी. अब सरकार ने इसकी आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी है. वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को इस बारे में एक बयान जारी किया और कहा कि इस वृद्धि के जरिये हम मुद्रा योजना के समग्र उद्देश्य को आगे बढ़ाना चाहते हैं.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में बजट पेश करते हुए कहा था, ”उन उद्यमियों के लिए मुद्रा लोन की सीमा को मौजूदा 10 लाख रुपए से बढ़ाकर 20 लाख रुपए किया जाएगा, जिन्होंने तरुण कैटेगरी के तहत पहले कर्ज लिया और उसे सफलतापूर्वक चुकाया है.” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 अप्रैल 2015 को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) पेश की थी. इसका उद्देश्य नॉन-कॉरपोरेट, नॉन-एग्री स्मॉल और माइक्रो एंटरप्रेन्योर्स को इनकम प्रोडक्टिव गतिविधियों के लिए 10 लाख रुपए तक का आसान लोन उपलब्ध कराना है.
अभी की योजना में बैंक तीन कैटेगरी शिशु (50,000 रुपए तक), किशोर (50,000 रुपए से 5 लाख रुपए के बीच) और तरुण (10 लाख रुपए) के तहत 10 लाख रुपए तक का लोन मिलता है. अब तरुण कैटेगरी में लोन की राशि को दोगुना यानी 20 लाख रुपए कर दिया गया है. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से फायदा उठाने वाले करोड़ों लोगों में 70 प्रतिशत के करीब महिला उद्यमी हैं.
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