इंदौर। एमजी रोड पुलिस ने एक साल पहले आईएएस संतोष वर्मा को कोर्ट के फर्जी आदेश से आईएएस अवॉर्ड करवाने के मामले में गिरफ्तार किया था। इस केस में तीन बार जांच अधिकारी बदल गए, लेकिन आदेश बनाने वाला कोई भी आरोपी गिरफ्तार नहीं हो सका।
एमजी रोड पुलिस ने एक महिला की रिपोर्ट पर आईएएस संतोष वर्मा के खिलाफ केस दर्ज किया था। जांच के बाद उनको गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद वे जेल चले गए थे। मामले की जांच पहले कोतवाली एसीपी हरीश मोटवानी को दी गई थी, लेकिन बीच में ही जांच उनसे लेकर डीएसपी क्राइम अनिल चौहान को दे दी गई, मगर उनका इंदौर से तबादला हो गया।
इसके बाद जांच एक बार फिर अब कोतवाली के एसीपी को दे दी गई। गिरफ्तारी के बाद वर्मा काफी समय तक जेल में रहे और जांच चलती रही, लेकिन वे अब जमानत पर छूट भी गए। हालांकि पुलिस ने मामले में कॉल डिटेल, फिंगरप्रिंट सहित कई जांचें करवाई थीं, ताकि आरोपियों तक पहुंचा जा सके, पर एक साल बाद भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई।
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