दरअसल, व्हाइट ब्रेड मैदे की बनी होती है। यही वजह है कि इसका सेवन करने से शरीर को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं। ब्रेड में मौजूद पोटेशियम ब्रोमेट स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। इसका लगातार सेवन आपको स्वास्थ्य संबंधी बड़ी बीमारियों की चपेट में ला सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं ज्यादा ब्रेड ज्यादा खाने से स्वास्थ्य पर क्या हो सकते हैं दुष्प्रभाव।
सफेद ब्रेड खाने के नुकसान
कब्ज (Constipation)- सफेद ब्रेड चोकर रहित होती है, इसमें फाइबर की मात्रा न के बराबर होती है, जो भोजन के धीमे पाचन को उत्तेजित करता है। यही वजह है कि ब्रेड के नियमित सेवन से कब्ज की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
मोटापा- सेहत पर हुई कई रिसर्च कहती है कि जो लोग अपना वजन घटाना चाहते हैं उन्हें अपनी डाइट से वाइट ब्रेड को अलग कर देना चाहिए। सफेद ब्रेड का सेवन आपका ब्लड शुगर लेवल काफी तेजी से बढ़ता और घटता है। जब ब्लड शुगर लेवल तेजी से कम होता है तो व्यक्ति को भूख अधिक लगती है और वो बार-बार खाता है। जिससे उसका मोटापा बढ़ता है।
पेट खराब होना- रोजाना ब्रेड खाने से व्यक्ति का पेट खराब होने की आशंका बनी रहती है। सफेद ब्रेड एक हाईली स्टार्च उत्पाद है। ब्राउन ब्रेड की तरह इसमें फाइबर मौजूद नहीं होता। इसके अलावा सफेद ब्रेड में अत्यधिक मात्रा में ग्लूटेन पाया जाता है, जो पेट संबंधी रोगों का कारण बनता है। जिसकी वजह से पेट दर्द, दस्त, उल्टी जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
डायबिटीज- सफेद ब्रेड बनने की प्रक्रिया में ही अपने सारे पोषक तत्व और विटामिन खो देती है। इसके बाद अगर उसके अंदर कुछ रह जाता है तो वह होती है चीनी, और यही मिठास हमारे शरीर के अंदर भारी मात्रा में जमा होने लगती है। जो बाद में डायबिटीज की वजह भी बन जाती है। यह उन लोगों के लिए अधिक खतरनाक है, जिनकी फैमिली हिस्ट्री में डायबिटीज पहले से ही मौजूद है।
हृदय रोग- सफेद ब्रेड एक रिफाइंड उत्पाद है जिसे शरीर सही तरह से तोड़ नहीं पाता है। ऐसे में अगर आप लंबे समय तक इसका सेवन करते हैं तो यह खून के थक्के बनाने का कारण भी बन सकता है। यही वजह है कि लंबे समय तक इसका सेवन करने से कई बार यह कई हृदय रोग का कारण भी बन जाती है।