भोपाल। प्रदेश कांग्रेस कमेटी संगठन स्तर पर उन नेताओं को चिन्हित करने में लगी हुई है जो पीसीसी से जारी कार्यक्रमों में सक्रियता नहीं दिखा रहे हैं। प्रदेशभर में ऐसे सैकड़ों नेता प्रदेश संगठन के राडार पर हैं। पार्टी निष्क्रिय और कार्यक्रमों में शामिल नहीं होने वालों पर कार्यवाही करने की तैयारी कर रही है। इस बारे में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सैयद जाफर ने बताया कि संगठन को मजबूती प्रदान करने के लिए जो कुछ भी करना पड़ेगा वो किया जाएगा। आम कार्यकर्ता को 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए एक्टिव मोड में लाने और संगठन को मजबूती प्रदान करने इन दिनों प्रदेश कांग्रेस की ओर से ‘घर चलो, घर-घर चलोÓ अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भाग लेते दिख भी रहे हैं, लेकिन बड़ी संख्या ऐसे भी क्षेत्रीय छत्रपों की है जो रस्म अदायगी में लगे हुए हैं या गुटबाजी के चलते निष्क्रिय हैं।
ब्लाक अध्यक्षों की निष्क्रियता चिंताजनक
पीसीसी से आए कार्यक्रम के मुताबिक पार्टी के विधायकोंं को तो अपने क्षेत्र के ब्लाकों में अभियान को गति देना ही है, साथ ही ब्लाक अध्यक्षों को भी अपने कार्यक्रम तय कर बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ ग्राउंड लेबल पर प्रदेश सरकार की नाकामियों को गिनवाना है। लेकिन ब्लाक अध्यक्ष उतना ही या यह कहें कि वही कर रहे हैं जो उनके आका को अच्छा लगे। ग्रामीण क्षेत्रों से भी ऐसी जानकारियां मिल रही हैं। कई जगह निष्क्रिय ब्लाक अध्यक्षोंं की जगह कार्यकारी ब्लाक अध्यक्ष बनाकर खामी को ढंकने का प्रयास किया जा रहा है। यद्यपि जिला और प्रदेश कांग्रेस के नेता ऐसी बातों को खारिज कर रहे हैं, लेकिन पीसीसी की इस पर बराबर नजर है।
कार्रवाई पहले भी की आगे भी करेंगे
पीसीसी के उपाध्यक्ष सैयद जाफर ने कहा कि पीसीसी बुरहानपुर और खंडवा जैसे जिलों में सालों से जमे बैठे अध्यक्षों को हटाकर पहले ही कड़े फैसले लेने के संकेत दे चुकी है। इसलिए संगठन के काम में निष्क्रिय लोगों को फिल्टर करने में गुरेज नहीं किया जाएगा। प्रदेश संगठन मैदानी स्तर से फीडबैक मंगा रहा है। अनेक स्थानों पर स्थानीय नेताओं के निष्क्रिय होने की जानकारी मिल रही हैं। अगर वो समय रहते नहीं सुधरते तो उन पर निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी।
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