उज्जैन। इस साल की शुरूआत से लेकर अब तक रेलवे सुरक्षा बल के थाने पर ट्रेनों में चोरी, मारपीट और छेड़छाड़ सहित अन्य तरह के अपराधों की औसतन रोज दस शिकायते पहुंच रही है। आरपीएफ ने अब तक मुसाफिरों की शिकायत पर ढाई हजार से ज्यादा केस दर्ज कर लिए हैं। इतना ही नहीं रेलवे के नियम तोडऩे वालों से 5 लाख से ज्यादा का जुर्माना वसूला जा चुका है।
आरपीएफ थाना प्रभारी पी.आर. मीना ने बताया कि इस वर्ष 1 जनवरी से लेकर 8 अक्टूबर तक लगभग 280 दिनों की अवधि में ट्रेनों में सफर कर रहे यात्रियों ने चोरी, मारपीट और छेड़छाड़ सहित महिलाओं और विकलांगों को सीट के लिए परेशान करने, फेरी वालों द्वारा मुसाफिरों को अभद्रता सहित किन्नरों द्वारा यात्रियों को परेशान करने व जबरन रुपए मांगने जैसी शिकायतें शामिल हैं। इस साल अभी तक इस तरह की 2774 शिकायतें यात्री कर चुके हैं और आरपीएफ थाने में प्रकरण भी दर्ज किए गए हैं। इनमें से 95 फीसदी के लगभग मामलों का निराकरण कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि ट्रेनों में फेरी लगाकर सामान बेचने वालों की अधिक शिकायतें होने से विभाग ने इसके लिए स्पेशल टीम लगा रखी है। इसके अलावा चोरी को रोकने के लिए भी आरपीएफ की स्पेशल टीम अलग से काम कर रही है। उन्होंने बताया कि भोपाल से शाजापुर और यहां से उज्जैन स्टेशन तक किन्नर भी लोगों को परेशान करते हैं। आए दिन शिकायत कर नकली किन्नरों और बहरुपियों की धरपकड़ भी लगातार की जा रही है। इसके अतिरिक्त पटरी पार, नो पार्किंग और बगैर प्लेटफार्म टिकट आदि प्रकरणों में पकड़े गए आरोपियों से इस साल अभी तक 5 लाख 35 हजार 119 रुपए का जुर्माना भी वसूला जा चुका है।
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