नई दिल्ली: भारत के मुकेश अंबानी देश ही नहीं एशिया के भी सबसे अमीर व्यक्ति हैं. जबकि गौतम अडानी देश के दूसरे सबसे धनी व्यक्ति हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगले 5 साल में अरबपतियों की इस लिस्ट में 58.4 फीसदी का इजाफा हो जाएगा. भारत जैसे दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाले देश में धनकुबेरों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है.
नाइट फ्रैंक इंडिया ने इस बाबत एक रिपोर्ट तैयार की है, जो बताती है कि देश में ऐसे धनकुबेरों की संख्या तेजी से बढ़ेगी जिनकी नेटवर्थ 3 करोड़ डॉलर (करीब 240 करोड़ रुपये) या उससे अधिक होगी. इन लोगों को अल्ट्रा हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स की कैटेगरी में रखा गया है. जबकि अगले 5 साल में हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) की संख्या भी 107 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है.
इतनी हो जाएगी अरबपतियों की संख्या
रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में देश के अंदर अल्ट्रा एचएनआई की संख्या 12,069 थी. अगले 5 साल में यानी 2027 तक इनके बढ़कर 19,119 होने की उम्मीद है. ये अल्ट्रा एचएनआई यानी अरबपतियों की संख्या में 58.4 प्रतिशत की ग्रोथ है.
करोड़पति होंगे 16 लाख से ज्यादा लोग
रिपोर्ट में एचएनआई में उनको शामिल किया गया है जिनकी संपत्ति 10 लाख डॉलर (करीब 8.2 करोड़ रुपये) है. भारत में ऐसे लोगों की संख्या 2022 में 7,97,714 होगी. जो अगले 5 साल में 107 प्रतिशत बढ़कर 16.5 लाख पर पहुंचने की उम्मीद है.
ग्लोबल लेवल पर घटी अरबपतियों की संख्या
भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है. इसलिए भारत में अरबपतियों की संख्या भी तेजी से बढ़ने का अनुमान है. यही अगर पुराने आंकड़ों को देखें तो दुनियाभर में अल्ट्रा एचएनआई की संख्या 2022 में गिरी है. ये गिरावट 3.8 प्रतिशत की रही है. जबकि 2021 के दौरान इसमें 9.3 प्रतिशत का उछाल देखा गया था.
हालांकि भारत में भी अल्ट्रा एचएनआई की संख्या में भी कमी आई है. 2021 की तुलना में ये 2022 में 7.5 प्रतिशत घटी है. भारत में अमीरों के 1% क्लब में एंट्री के लिए 1.75 लाख डॉलर (करीब 1.45 करोड़ रुपये) की संपत्ति होना जरूरी है.
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