नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर शेन वार्न इस बात से खुश नहीं हैं कि पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ कप्तानी की भूमिका में लौट सकते हैं, लेकिन डेविड वॉर्नर अपने क्रिकेट करियर के दौरान अभी भी अपने देश की कप्तानी या उप-कप्तानी से निलंबित रहेंगे. वॉर्न ने आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी मार्नस लाबुशेन को उप-कप्तान बनाने की मांग की है.
बॉल टैंपरिंग मामले में फंसे थे स्मिथ
स्मिथ, जिन्होंने 2018 में गेंद से छेड़छाड़ में शामिल होने को लेकर टीम में उनपर एक साल का प्रतिबंध लगा था, उन्हें आठ दिसंबर से ब्रिस्बेन के गाबा में शुरू होने वाली एशेज सीरीज से पहले ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम का उप-कप्तान बनाया गया है. बता दें कि, 2018 में केप टाउन के न्यूलैंड्स में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट के दौरान एक विवाद हुआ था, जिसमें तत्कालीन ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ, उनके उप कप्तान डेविड वॉर्नर और टीम के साथी कैमरन बैनक्रॉफ्ट पर अलग-अलग समय के लिए प्रतिबंध लगाया गया था.
मिली थी बड़ी सजा
एक साल के निलंबन के अलावा, स्मिथ पर दो साल कप्तानी करने पर भी बैन लगा था, जबकि वॉर्नर जो तत्कालीन उप-कप्तान थे, उनपर भी एक साल का प्रतिबंध के साथ आजीवन उप कप्तानी पर बैन लगाया गया था. वॉर्न ने शनिवार को हेराल्ड सन के एक कॉलम में लिखा, ‘हम सभी स्टीव स्मिथ से प्यार करते हैं और हमें गर्व है कि वह फिर से दुनिया के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट बल्लेबाज बनेंगे, लेकिन उन्हें ऑस्ट्रेलियाई टीम का उपकप्तान नहीं होना चाहिए था. हर कोई गलती करता है, लेकिन स्टीव स्मिथ को जो सजा दी गई थी, वह बहुत गंभीर थी.’
इस दिग्गज को भी आया गुस्सा
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी इयान चैपल ने एशेज सीरीज से पहले स्टीव स्मिथ को टीम का उप-कप्तान नियुक्त करने के क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के फैसले की आलोचना की. उन्होंने कहा, ‘अगर मैंने एक ऑस्ट्रेलियाई कप्तान के रूप में धोखा दिया होता, तो वे (सीए) मुझसे काम छीन लेते और कहते कि मैं खेल से इस्तीफा दे दूं.’ चैपल की टिप्पणियों ने 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट के दौरान हुई गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण पर फिर से ध्यान आकर्षित किया है.
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