– सोमवार को ही एक हजार से ज्यादा हो गई रजिस्ट्रियां
– बढ़ी गाइडलाइन का भी मिलेगा विभाग को फायदा,
– 2410 करोड़ का राजस्व हासिल किया था समाप्त हुए वित्त वर्ष में
इंदौर। शासन के कमाऊ पंजीयन विभाग (Registration Department) ने अभी समाप्त हुए वित्त वर्ष में पूरे प्रदेश में 10300 करोड़ का राजस्व हासिल किया, जिसमें सर्वाधिक योगदान इंदौर जिले (Indore District) का रहा, जहां से 2410 करोड़ रुपए प्राप्त हुए। हालांकि शासन ने जो बढ़ा-चढ़ाकर लक्ष्य दिया था उसकी तो पूर्ति नहीं हो पाई, मगर इस चालू वित्त वर्ष में भी 2500 करोड़ रुपए से अधिक का लक्ष्य मिलेगा। विभागीय अधिकारियों का मानना है कि यह लक्ष्य 2800 से लेकर 3 हजार करोड़ तक हो सकता है।
मार्च के तो पूरे महीने में पंजीयन विभाग के दफ्तर खुले रहे और देर रात तक रजिस्ट्रियां करवाई जाती रही, क्योंकि 1 अप्रैल से बढ़ी हुई गाइडलाइन लागू होना थी। हालांकि चुनाव आयोग से अनुमति लेने के चक्कर में तीन-चार दिन नई गाइडलाइन लागू करने में विलंब भी हुआ। वहीं मार्च में सिर्फ धुलेंडी के दिन ही अवकाश रखा गया। यहां तक कि रंगपंचमी को भी आधे दिन कार्यालय खोला और होली खेलने के बाद लोग रजिस्ट्री करवाने भी पहुंचे। वरिष्ठ जिला पंजीयक दीपक शर्मा के मुताबिक समाप्त हुए वित्त वर्ष में पौने 2 लाख से अधिक दस्तावेजों का पंजीयन हुआ, जिससे 2410 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया गया और बड़ी संख्या में महिलाओं के नाम पर भी रजिस्ट्रियां करवाई गई, जिसमें नियमों के मुताबिक 2 फीसदी की स्टाम्प ड्यूटी में छूट भी दी गई। अभी अवकाश के बाद सोमवार को भी एक हजार से अधिक रजिस्ट्रियां हो गई। वहीं नई घोषित गाइडलाइन भी पोर्टल पर अपलोड हो चुकी है और अब नई रजिस्ट्रियां उसी आधार पर की जा रही है। भोपाल से फिलहाल विभाग को इस वित्त वर्ष का लक्ष्य प्राप्त नहीं हुआ है।
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