पहलगाम: जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के अनंतनाग जिले (Anantnag district) के पर्यटन स्थल पहलगाम (Pahalgam tourist destination) में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन ‘कश्मीर रेजिस्टेंस’ ने ली है. आतंकियों के इस हमले में एक पर्यटक की मौत हो गई है जबकि 7 अन्य घायल हुए हैं जिन्हें इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह हमला उस समय हुआ जब पर्यटक अपने परिवार के साथ घुड़सवारी कर रहे थे.
आतंकवादी संगठन ‘कश्मीर रेजिस्टेंस’ ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए कहा है कि गैर-स्थानीय लोगों को 85000 से ज्यादा निवास-पत्र जारी किए गए हैं, जिससे यहां जनसांख्यिकीय परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त हुआ है. ये गैर-स्थानीय लोग पर्यटक बनकर आते हैं, निवास-पत्र प्राप्त करते हैं और फिर ऐसा व्यवहार करने लगते हैं मानो जमीन के मालिक वे ही हैं. नतीजतन, अवैध रूप से बसने की कोशिश करने वालों के खिलाफ हिंसा की जाएगी.
हमले के तुरंत बाद सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया और सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है. स्थानीय पुलिस और सेना मिलकर आतंकियों की तलाश कर रही है. पूरे क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं. इसके अलावा पहलगाम पहुंचने वाले बाकी पर्यटकों को रोक दिया गया है.
प्रशासन ने आम नागरिकों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत सुरक्षा बलों को देने की अपील की है. इस हमले से घाटी में एक बार फिर से दहशत का माहौल पैदा हो गया है. ऐसा कई साल बाद देखने को मिला है कि आतंकियों की ओर से पर्यटकों को निशाना बनाया गया है.
2019 में अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर को पूर्ण केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया. इसके बाद नए कानून के तहत उन लोगों को स्थायी निवास का दर्जा मिल सकता है जो लोग 15 साल या उससे अधिक समय से जम्मू-कश्मीर में रह रहे हैं. या फिर जिनके माता-पिता या अभिभावक सरकारी सेवा में 10 साल जम्मू-कश्मीर में रहे हैं. इस कानून के तहत, कुछ और श्रेणियों के लोग भी डोमिसाइल के लिए पात्र हैं. इस फैसले की वजह से आतंकी बौखला गए हैं.
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा हमले की निंदा की है. एलजी ने कहा है कि मैं पहलगाम में पर्यटकों पर हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं. मैं लोगों को भरोसा दिलाता हूँ कि इस घृणित हमले के पीछे जो लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. डीजीपी और सुरक्षा अधिकारियों से बात की है. सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीमें इलाके में पहुंच गई हैं और तलाशी अभियान शुरू कर दिया है. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य अधिकारियों को पहलगाम में भर्ती लोगों को तत्काल चिकित्सा सुविधा प्रदान करने का निर्देश दिया है। एक घायल पर्यटक को जीएमसी अनंतनाग ले जाया गया है. मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.
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