टोक्यो: इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) को किसी खेल को ओलंपिक प्रोग्राम से हटाने के लिए ज्यादा अधिकार दिए गए हैं. ऐसे में जिन खेलों में नियमों का ज्यादा उल्लंघन होगा उसे 2021 के पेरिस ओलंपिक (Paris Olympics 2024) से हटाया जा सकता है.
वोटिंग के जरिए IOC को मिले अधिकार : इस मसले को लेकर वेटलिफ्टिंग (Weightlifting) और बॉक्सिंग (Boxing) के टॉप अधिकारियों के साथ लंबे समय से जुड़े मुद्दों को देखते हुए आईओसी (IOC) के सदस्यों ने मतदान करके खेलों की सर्वोच्च संस्था को यह अधिकार दिए गए हैं.
नियम तोड़ने पर मिलेगी सजा : अब अगर कोई खेल आईओसी (IOC) के कार्यकारी बोर्ड के फैसलों का पालन नहीं करता है या ऐसे काम करता है जिससे ओलंपिक आंदोलन की छवि धूमिल होती हो तो आईओसी उसे ओलंपिक कार्यक्रम (Olympics Programme) से हटा सकती है.
पेरिस से हटेगा वेटलिफ्टिंग? : वेटलिफ्टिंग (Weightlifting) को लंबे समय से चले आ रहे डोपिंग (Doping) मसलों और संचालन संबंधी मामलों के कारण पेरिस ओलंपिक 2024 (Paris Olympics 2024) से हटाया जा सकता है. टोक्यो गेम्स की बॉक्सिंग (Boxing) को 2019 में ही अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के कंट्रोल से हटा दिया गया था.
वेटलिफ्टिंग में भारत को मिला है सिल्वर : भारत की मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता है, अगर इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) कोई कड़ा फैसला लेती है, तो ऐसे में भारत सहित कई देशों के खिलाड़ियों के चेहरे पर मायूसी छा जाएगी. इसके अलावा लवलीना बोरगोहेन को बॉक्सिंग में मेडल मिला है.
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