एम्स्टर्डम (Amsterdam)। तुर्किये और सीरिया (Turkeys and Syria) के कुछ हिस्सों में बड़े पैमाने पर भूकंप (Earthquake) आने और 20,000 से अधिक लोगों के मारे जाने की भविष्यवाणी करने वाले डच शोधकर्ता फ्रैंक होगरबीट्स (Dutch researcher Frank Hogerbeets) ने अब घोषणा की है कि ‘अगली पंक्ति’ में एशियाई देश हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में फ्रैंक होगरबीट्स को एक बड़े भूकंप की भविष्यवाणी (major earthquake prediction) करते हुए देखा जा सकता है। होगरबीट्स ने कहा है कि एशियाई देश तुर्किये जैसे भूकंप या प्राकृतिक आपदाओं का सामना करेंगे। होगरबीट्स के मुताबिक, अगला भूकंप अफगानिस्तान से शुरू होगा और अंततः पाकिस्तान और भारत को पार करने के बाद हिंद महासागर में समाप्त होगा।
मुहम्मद इब्राहिम नाम के एक ट्विटर उपयोगकर्ता ने यह जानकारी साझा करते हुए कहा कि डच शोधकर्ता फ्रैंक होगरबीट्स जिन्होंने तीन दिन पहले तुर्किये और सीरिया में भूकंप की भविष्यवाणी की थी, उन्होंने एक बार फिर एक बड़े भूकंप के लिए भूकंपीय गतिविधि की भविष्यवाणी की है जो अफगानिस्तान में शुरू होगी और हिंद महासागर तक पहुंचने से पहले पाकिस्तान और भारत से होकर गुजरेगी।
फ्रैंक ने भारत-पाक के बारे में क्या कहा?
वीडियो क्लिप में होगरबीट्स को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि यदि हम वायुमंडलीय उतार-चढ़ाव को देखें तो ये क्षेत्र बढ़ी हुई भूकंपीय गतिविधि के लिए अगले शिकार हो सकते हैं। लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि ध्यान रखें कि ये मोटे अनुमान हैं और सभी बड़े भूकंप पर्यावरण में अपना पदचिह्न नहीं छोड़ते हैं और न ही वे हमेशा अपनी घोषणा नहीं करते हैं। उनका दावा है कि ये अनुमान अस्थायी हैं क्योंकि वायुमंडलीय उतार-चढ़ाव से सभी महत्वपूर्ण भूकंपों का पता नहीं लगाया जा सकता है। अपने यूट्यूब वीडियो में होगरबीट्स ने विस्तार से सौर मंडल ज्यामिति सूचकांक के बारे में बताया जो बड़े पैमाने पर भूकंप की भविष्यवाणी करता है। फ्रैंक होगरबीट्स सोलर सिस्टम ज्योमेट्री सर्वे (एसएसजीएस) नामक संस्थान में शोधकर्ता हैं।
तुर्किये में भूकंप के कारण
तुर्किये बड़े भूकंपीय दोष के एक क्षेत्र में स्थित है जिसकी वजह से अक्सर भूकंप के झटके आते रहते हैं। 1999 में देश के उत्तर-पश्चिम में भूकंपों की एक श्रृंखला में लगभग 18,000 लोग मारे गए थे।1999 में गोलकुक और ड्यूज प्रांतों में 7.4 और 7.0 तीव्रता के दो भूकंप आए थे। उस दौरान लगभग 18,000 लोग मारे गए थे और 45,000 से अधिक घायल हुए थे। 2011 में फिर पूर्वी शहर वैन में 7.1 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 500 से अधिक लोग मारे गए थे।
तुर्किये भूकंप पर फ्रैंक की भविष्यवाणी
तीन फरवरी, 2023 को आए भूकंप से तीन दिन पहले नीदरलैंड स्थित सौर प्रणाली ज्यामिति सर्वेक्षण (एसएसजीएस) के लिए काम करने वाले डच शोधकर्ता फ्रैंक होगरबीट्स ने कथित तौर पर इसके बारे में भविष्यवाणी की थी। डच विशेषज्ञ फ्रैंक होगरबीट्स ने अपने ट्वीट में लिखा था, “जल्द या बाद में इस क्षेत्र (दक्षिण-मध्य तुर्किये, जॉर्डन, सीरिया, लेबनान) में 7.5 तीव्रता का भूकंप आएगा।”
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