टोक्यो: जापान की राजधानी टोक्यो (Japan’s capital Tokyo) में अगले हफ्ते होने वाली पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Former Prime Minister Shinzo Abe) के राजकीय अंतिम संस्कार को लेकर विरोध तेज़ होता दिख रहा है. शिंजो आबे की इस साल जुलाई में हत्या कर दी गई थी और अब खबर है कि जापानी सरकार उनके अंत्येष्टि कार्यक्रम पर लगभग 1.66 अरब येन खर्च करने वाली है, जो कथित रूप से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार पर हुए खर्च अधिक है. मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि आबे के अंतिम संस्कार में 1.66 अरब येन (करीब 94 करोड़ रुपये) खर्च होने का अनुमान है, वहीं महारानी एलिजाबेथ के अंतिम संस्कार की अनुमानित लागत लगभग 1.3 अरब येन (करीब 73.7 करोड़ रुपये) थी.
जापानी सरकार ने आबे के राजकीय अंतिम संस्कार की अनुमानित लागत 25 करोड़ येन रखी थी. वहीं मुख्य कैबिनेट सचिव हिरोकाज़ु मात्सुनो के अनुसार, इस आयोजन के दौरान पुलिसिंग पर लगभग 80 करोड़ येन खर्च होने का अनुमान है, जबकि गणमान्य व्यक्तियों की मेजबानी पर 60 करोड़ येन खर्च होने की उम्मीद है. रिपोर्ट के मुताबिक, मात्सुनो ने आगे कहा कि इस अंतिम संस्कार का बिल 1.7 अरब येन तक पहुंच सकता है.
जापान में किसी का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाना एक दुर्लभ घटना है, लेकिन प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा ने कहा है कि आबे इसके हकदार हैं, क्योंकि वह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद देश में सबसे लंबे समय तक सेवाएं देने वाले ऐसे नेता थे, जिनके शासन में जापान ने उल्लेखनीय राजनयिक व आर्थिक उपलब्धियां हासिल कीं.
वहीं लोगों इस बात पर चिंता जाहिर कर रहे हैं कि जापान ने हाल ही में टोक्यो ओलंपिक पर 13 अरब डॉलर खर्च किए हैं, जो इस आयोजन के लिए अनुमानित बजट से लगभग दोगुना था. शिंजो आबे की राजकीय अंत्येष्टि के विरोध में एक बुजुर्ग ने बुधवार को प्रधानमंत्री कार्यालय के पास खुद को आग लगा ली. आत्मदाह करने वाले बुजुर्ग की उम्र 70 साल से अधिक है और उसके शरीर का बड़ा हिस्सा झुलस गया. हालांकि वह होश में था और फिलहाल अस्पताल में उसका उपचार चल रहा है.
इस घटना को लेकर समाचार एजेंसी ‘क्योदो न्यूज’ में छपी खबर के मुताबिक, बुजुर्ग के पास से उसके द्वारा कथित तौर पर लिखा गया एक नोट बरामद हुआ है, जिसमें कहा गया है, ‘व्यक्तिगत तौर पर मैं शिंजो आबे (जापान के पूर्व प्रधानमंत्री) का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किए जाने के सख्त खिलाफ हूं.’
बता दें कि यूनिफिकेशन चर्च से सत्तारूढ़ दल लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) और आबे के संबंधों को लेकर अधिक जानकारी सामने आने के बाद से ही जापान में पूर्व प्रधानमंत्री की राजकीय अंत्येष्टि को लेकर विरोध बढ़ने लगा है. आबे की हत्या के आरोपी को भी कथित तौर पर लगता था कि उसकी मां द्वारा यूनिफिकेशन चर्च को दिए गए दान से उसका परिवार बर्बाद हो गया. एलडीपी ने कहा है कि उसके लगभग आधे सांसद यूनिफिकेशन चर्च से जुड़े हैं.
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