चित्रकूट: महाकाल लोक (Mahakal Lok) की तर्ज पर मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के एक और धार्मिक और पर्यटन केंद्र (Religious and tourist center) को विकसित किया जाएगा. जिसके लिए 800 करोड़ रुपए स्वीकृत हो गए हैं. मध्य प्रदेश के चित्रकूट को भी महाकाल लोक की तर्ज पर संवारा जाएगा, इसका ऐलान सरकार ने बहुत पहले किया था, लेकिन अब इसकी तैयारियां भी शुरू हो गई हैं. चित्रकूट पर्यटन के लिहाज से मध्य प्रदेश के लिए बेहद खास माना जाता है.
सोमवार को मंत्री कैलाश विजयवर्गीय चित्रकूट के दौरे पर पहुंचे थे, जहां उन्होंने भगवान कामतानाथ के दर्शन कर कामदगिरि की पैदल परिक्रमा की और आशीर्वाद लिया. इस दौरान उन्होंने बताया कि चित्रकूट को विकसित करने के लिए काम शुरू हो चुका है.
दरअसल, चित्रकूट को महाकाल लोक की तरह विकसित किया जाना है इसके लिए साढ़े आठ सौ करोड़ की राशि भी सरकार ने स्वीकृत की है. विकास के कार्य शुरू भी हो चुके जिसका अवलोकन भी किया गया. चित्रकूट का गहरा धार्मिक महत्व है, क्योंकि भगवान श्रीराम ने अपने वनवास के दौरान सबसे ज्यादा समय चित्रकूट में ही बिताया था, ऐसे में भगवान श्रीराम के वनवास काल की सबसे ज्यादा यादें यही पर मिलती हैं.
चित्रकूट रायामण एक्सपीरियंस पार्क भी बनाया जाएगा, जिसके लिए 80 एकड़ जमीन भी तय हो गई है. बताया जा रहा है कि इस पार्क को बनाने में 100 करोड़ रुपए का खर्च आएगा. जहां राजोला गांव में 151 फीट की ऊंची मूर्ति बनेगी. चित्रकूट धार्मिक नगरी होने के साथ-साथ आध्यात्म का बड़ा केंद्र माना जाता है, यहां कई साधु संत रहते हैं, जबकि यहां हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं, ऐसे में चित्रकूट को विकिसत करने की तैयारियां चल रही है.
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