नई दिल्ली: रिटायर्ड टीचर हैं, उम्र 66 साल है. दावा है कि अब तक स्पर्म डोनेट कर 129 बच्चों के जैविक पिता बन चुके हैं. उनके 9 और बच्चे पैदा होने वाले हैं जो अभी गर्भ में हैं. इस रिटायर्ड टीचर का नाम क्लाइवेस जोंस (Clives Jones) है. वह ब्रिटेन में चैडेसडेन, डर्बी (Chaddesden, Derby) में रहते हैं. मूलत: Burton के रहने वाले हैं. उन्होंने 58 साल की उम्र में स्पर्म डोनेट करना शुरू किया था. यहां गौर करने वाली बात ये है कि वह अपना स्पर्म फ्री में डोनेट करते हैं.
डेलीमेल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जोंस की इस हरकत पर हेल्थ एक्सपर्ट ने उन्हें चेतावनी दी है. क्योंकि उन्होंने लाइसेंस क्लीनिक में जाकर ऐसा नहीं किया है. क्लाइवेस जोंस कहते हैं कि उन्होंने अपना स्पर्म डोनेशन फेसबुक के माध्यम से किया. इससे कई परिवारों की जिंदगी में खुशी लौटी है.
उन्होंने कहा, संभवत: मैं दुनिया में सबसे ज्यादा बच्चे पैदा करने वाला व्यक्ति हो सकता हूं. मैं अगले कुछ साल तक ऐसा करता रहूंगा. तब तक 150 बच्चे ऐसे हो जाएंगे. मैं कई क्लीनिक के बारे में जानता हूं, जहां स्पर्म डोनेट नहीं होता है, बल्कि इसकी बिक्री होती है. मुझे कई मां और उनके बच्चों के जब फोटो मिलते हैं. जब वह मैसेज करते हैं तो इससे मुझे काफी खुशी मिलती है.’ वह बोले वह करीब 20 बच्चों से खुद व्यक्तिगत तौर पर मिल चुके हैं. ये सभी बच्चे डर्बी, बर्मिंघम, स्टोक और नॉटिंघम में पैदा हुए.
स्पर्म डोनर क्लाइवेस जोंस ने बताया कि उनके पास एक दादी का मैसेज आया जिसमें उन्होंने पोती बनने के लिए बधाई दी थी. उन्होंने कहा कि कई लोग जिनके बच्चे नहीं है, उनकी पीड़ा उन्होंने अखबार में पढ़ी है. वैसे जोंस फेसबुक पर संपर्क होने के बाद अपनी वैन से उन जगहों पर जाते हैं, जहां लोग उनसे स्पर्म की डिमांड करते हैं. वह सालों से स्पर्म डोनेशन का काम कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने इसके लिए कहीं भी प्रचार नहीं किया है. वहीं उनको ह्यूमन फर्टिलाइजेशन एंड एम्ब्रियोलॉजी अथॉरिटी की ओर चेतावनी मिल चुकी है. क्योंकि अथॉरिटी का मानना है कि सभी डोनर्स और मरीजों का इलाज लाइसेंस्ड यूके क्लीनिक में होना चाहिए.
1978 में की थी शादी
जोंस की शादी साल 1978 में हुई थी. लेकिन अब वह अपनी पत्नी से अलग रहते हैं. उनकी पत्नी उनके डोनर बनने के फैसले से खुश नहीं हैं. इससे पहले जोंस साल 2018 में चैनल 4 पर आई डॉक्युमेंट्री ‘4 मैन 175 बेबीज’ में नजर आ चुके हैं.
क्या कहा अथॉरिटी ने ?
वहीं जोंस जिस तरह 129 बच्चों के पिता बन चुके हैं, इस पर ह्यूमन फर्टिलाइजेशन एंड एम्ब्रियोलॉजी अथॉरिटी के प्रवक्ता ने कहा कि हम ऐसा करने से रोक नहीं सकते. क्योंकि वह अपने अरेंजमंट से ऐसा कर रहे हैं. लेकिन हम लोगों को लगातार जागरूक कर रहे हैं कि वे सही जगह जाएं. यही कारण है कि हम डोनर्स और मरीज को लाइसेंस्ड क्लीनिक में आने के लिए कहते हैं. वहीं दूसरी वजह ये भी है कि बाहर ऐसा होता है तो इससे मेडिकल और कानूनी दोनों ही तरह के मामले सामने आ सकते हैं.
क्या है ब्रिटेन में नियम
डेली मेल के मुताबिक, स्पर्म बैंक में जाकर केवल दस परिवारों के लिए डोनर दान कर सकता है. इसके लिए ब्रिटेन में कोई पैसा नहीं मिलता है. हालांकि साढ़े 3 हजार रुपए केवल ट्रैवल कवर के नाम पर मिलते हैं. जब कोई डोनर रुकता है तो है आवास शुल्क भी मिलता है.
2005 में ब्रिटेन में नियमों में बदलाव हुआ है और तब से कोई गुप्त तौर पर स्पर्म डोनेट नहीं कर सकता है. बच्चे के 18 साल के होने पर वह ये जान सकता है कि उसका जैविक पिता कौन है? ब्रिटेन में स्पर्म डोनर की उम्र 18 साल से 41 साल के बीच हो सकती है. वहीं डोनर को फर्टिलिटी क्लीनिक एक सप्ताह में एक बार और महीने में 3 से 6 बार जाना होता है ताकि स्पर्म डोनेशन की प्रक्रिया पूरी हो जाए.
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