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    लंबी जिंदगी जीने के लिए ये एक काम है जरूरी, रिचर्ड ने बताया सीक्रेट प्‍लान

  • February 13, 2024

    नई दिल्‍ली (New Delhi)। दुनिया भर में जैसे-जैसे तकनीक बढ़ रही है, वैसे-वैसे लोगों के लिए स्वस्थ और लंबा जीवन जीना और मुश्किल (ba life is more difficult to live) होता जा रहा है. हालांकि, दुनिया में ऐसे तमाम लोग हैं जिनकी उम्र 90 से लेकर 100 साल के ऊपर है. यहां हम आपको एक ऐसे ही व्यक्ति के बारे में बताएंगे जो 93 साल के हैं और पिछले कुछ समय से चर्चा का केंद्र बने हुए हैं क्योंकि 93 साल की उम्र में रिचर्ड मॉर्गन अपने से आधी उम्र के किसी व्यक्ति जितने फिट हैं.

    93 साल के रिचर्ड ने बताया सीक्रेट
    आयरलैंड के रहने वाले रिचर्ड की फिटनेस पर रिसर्च भी की गई जो पिछले महीने जर्नल ऑफ एप्लाइड फिजियोलॉजी में प्रकाशित हुई थी. इसमें उनकी डाइट, फिजिकल एक्टिविटी, एक्सरसाइज और ओवरऑल हेल्थ पर ध्यान केंद्रित किया गया था.

    पेशे से बेकर रहे रिचर्ड ने अपने ऊपर होने वाली रिसर्च में बताया कि उन्होंने 73 वर्ष की आयु में नियमित व्यायाम शुरू करने से पहले तक वास्तव में कभी स्पोर्ट्स में रुचि नहीं ली थी.

    आधी उम्र के लोगों को कर दिया पीछे
    अध्ययन के दौरान जब वह 92 वर्ष के थे, इनडोर रोइंग (नौका रेस) में चार बार के विश्व चैंपियन मॉर्गन के दिल, मांसपेशियों और ओवरऑल फिटनेस का प्रदर्शन किसी 30- या 40 साल के स्वस्थ व्यक्ति की तुलना में ज्यादा बेहतरीन था.
    मॉर्गन ने अपनी व्यायाम दिनचर्या के बारे में ‘वॉशिंगटन पोस्ट’ को बताया कि एक दिन उन्हें अचानक एहसास हुआ कि ऐसा करने में उन्हें बहुत आनंद आता है.

    इट्स नेवर टू लेट
    हालांकि शोधकर्ताओं का कहना है कि मॉर्गन के पास कुछ आनुवांशिक फायदे हो सकते हैं लेकिन यह तय है कि उनकी इस उम्र में इतनी अच्छी फिटनेस उस दिनचर्या से जुड़ी है जो उन्होंने दो दशक पहले 73 साल की उम्र में शुरू की थी.

    इसलिए आप उम्र के किसी भी पड़ाव में हो, व्यायाम शुरू कर सकते हैं और रिचर्ड मॉर्गन की तरह अगर आप हाई प्रोटीन डाइट लेते हैं तो आप भी उनकी तरह फिट रह सकते हैं.

    ये टिप्स एंड ट्रिक्स आएंगे काम
    सबसे पहले कोई भी एक्सरसाइज प्रोग्राम शुरू करने से पहले अपने हेल्थ एक्सपर्ट से परामर्श लें.
    लो इंटेसिटी वाली एक्सरसाइज से शुरुआत करें और धीरे-धीरे हाई इंटेसिटी एक्टिविटीज पर फोकस करें.
    एरोबिक एक्सरसाइज (जैसे तैरना) और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग शामिल करें.
    अपने शरीर की सुनें और दर्द या परेशानी के किसी भी लक्षण पर ध्यान दें.
    हाइड्रेटेड रहें और संतुलित आहार बनाए रखें.
    जोड़ों की गतिशीलता में सुधार और चोट के जोखिम को कम करने के लिए आसानी से होने वाले व्यायाम शामिल करें.
    लंबी अवधि में एक्सरसाइज करने के लिए ऐसे एक्टिविटीज चुनें जिनमें आपको आनंद आता हो.

    क्या ना करें?
    अपने आप पर बहुत अधिक दबाव न डालें. विशेषकर शुरुआत में ऐसी गतिविधि में शामिल हों जो आरामदायक लगें.
    अगर आपको जोड़ों की समस्या है तो हाई इंटेसिटी एक्टिविटीज से बचें. लो इंटेसिटी वाले विकल्प चुनें.
    अपने शरीर को तैयार करने और चोटों से बचने के लिए सबसे पहले वॉर्म अप और हल्की एक्सरसाइज का चुनाव करें.
    दर्द के दौरान व्यायाम करने से बचें. अगर आप लगातार असुविधा का अनुभव करते हैं तो अपने ट्रेनर या फिजियोथेरेपिस्ट से परामर्श लें.
    रेस्ट डेस (एक्सरसाइज रूटीन के बीच के आराम के दिन) का ना छोड़ें. आपके शरीर को ठीक होने और नई दिनचर्या के अनुकूल ढलने के लिए समय चाहिए.

    भोजन और कैलोरी से ज्यादा दूरी बनाने से बचें. संतुलित, पौष्टिक आहार पर ध्यान दें.
    अपनी क्षमताओं और अपनी हेल्थ से जुड़ी समस्या को देखते हुए किसी खास व्यायाम को छोड़ने में संकोच ना करें.अपने स्वास्थ्य की देखभाल शुरू करने में कभी देर नहीं होती है, लेकिन अपनी व्यक्तिगत परिस्थितियों पर विचार करते हुए और हेल्थ एक्सपर्ट्स के मार्गदर्शन में ही कसरत करना जरूरी .

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