डेस्क: इजरायल ने एक खुफिया दस्तावेज को सार्वजनिक किया है. इजरायल के अधिकारियों के मुताबिक, यह दस्तावेज हमास और ईरान के बीच प्रत्यक्ष वित्तीय संबंध को उजागर करता है. इसमें कथित तौर पर इजरायल पर हमला करने की योजना को अंजाम देने के लिए तेहरान से किया गया 500 मिलियन डॉलर का अनुरोध भी शामिल है.
इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर रिपोर्ट और साथ में वीडियो शेयर किया. उन्होंने कहा, “मैं यहां पहली बार एक दस्तावेज शेयर कर रहा हूं. यह गाजा में सीनियार हमास अधिकारियों की सुरंगों में पाया गया, जो ईरान और याह्या सिनवार और मुहम्मद देफ (दोनों हमास के बड़े नेता) के बीच सीधा संबंध साबित करता है. ये इजरायल को नष्ट करने की हमास योजना के लिए ईरान के समर्थन का हिस्सा है.”
रिपोर्ट के मुताबिक, हमास के इस दस्तावेज की खोज इजरायली सुरक्षा बलों (IDF) ने हमास के सुरंगों में अभियान के दौरान की. काट्ज ने कहा, “इसमें हमास की ओर से ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) कुद्स फोर्स से दो वर्षों में प्रति माह 20 मिलियन डॉलर की मांग का विवरण है.”
काट्ज ने यह भी दावा किया, “IRGC के फिलिस्तीनी विभाग के प्रमुख हुसैन अकबरी इजादी ने ईरान की आर्थिक कठिनाई के बावजूद हमास को निरंतर समर्थन देने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि ईरान का समर्थन गाजा से आगे बढ़कर लेबनान, सीरिया, यहूदिया, सामरिया और यमन के हूती सहित अन्य क्षेत्रों तक फैला हुआ है. उन्होंने इसे एक व्यापक ‘आतंक की धुरी’ करार दिया.”
रक्षा मंत्री ने घोषणा की, “इजरायल ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकने के लिए हर संभव कोशिश करेगा. जब तक ईरान की दुष्ट धुरी नष्ट नहीं हो जाती, तब तक वह उसके आतंकवादी ठिकानों पर हमले जारी रखेगा.”
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