इंदौर (Indore)। चुनाव आचार संहिता के चलते इस बार दीपावली पर व्यापारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लाख-दो लाख रुपए की नकद राशि भी जब्त की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ अब 10 लाख से अधिक के लेन-देन से संबंधित सभी तरह के खातों की जानकारी बैंकों से आयोग के निर्देश पर मांगी जा रही है।
इससे भी व्यापारियों की मुसीबत बढ़ सकती है, जबकि ये सामान्य बुद्धि की बात है कि कोई भी राजनीतिक दल और प्रत्याशी एक नंबर, यानी बैंक खातों का इस्तेमाल चुनावी खर्च में नहीं करेगा। पूरा चुनाव ही कालेधन से लड़ा जा रहा है। इंदौर जैसी व्यावसायिक राजधानी में रोजाना करोड़ों रुपए का व्यापार बैंकों के जरिए भी होता है और 10 लाख या उससे अधिक के भी हजारों ट्रांजेक्शन होते हैं। अब उन सबकी जानकारी रोजाना बैंक शाखाओं को देना पड़ेगी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved