वॉशिंगटन। अमेरिका (US) के मैसाचुसेट्स में रहने वाले एक शख्स (Massachusetts man) ने कोविड-19 की एक सरकारी योजना का लाभ (Covid-19 business aid scheme) उठाने के लिए खुद की मौत की झूठी कहानी रच डाली. दोषी पाए जाने के बाद उसे कोर्ट ने 56 महीने (56 months in prison) की जेल की सजा सुनाई है.
डेविड स्टेवली (David Stavele) ने संघीय सरकार की योजना लेने के लिए खुद को चार बड़े बिजनेस का झूठा सह मालिक बताया और तकरीबन साढ़े पांच लाख डॉलर का लोन मांगा. बीते साल मामला खुला तो डेविड स्टेवली (David Stavele) डर गया और उसने खुदकुशी (suicide) कर अपनी झूठी पहचान और चोरी की लाइसेंस प्लेट लेकर भाग गया. डेविड पहला ऐसा व्यक्ति है, जिसने लोन पाने के लिए धोखाधड़ी की.
सरकारी वकील ने कोर्ट में बताया कि बीते साल अमेरिकी सरकार ने आर्थिक आपातकाल लगाया था और जरूरतमंदों की आर्थिक मदद के लिए योजना चलाई थी. लेकिन डेविड ने इसमें धोखाधड़ी की कोशिश की. इस सरकारी योजना में सरकार ने छोटे उद्योगों के लिए मार्च 2020 से मई 2021 तक यूएस पेचेक प्रोटेक्शन प्रोग्राम (PPP) शुरू किया था. ऐसे बिजनेस जो महामारी के कारण प्रभावित हुए, कम ब्याज दर पर लोन देने की योजना थी. 54 साल के स्टेवली और 53 के डेविड स्टेवली ने तीन रेस्टोरेंट और डॉकवायरलेस नाम की कंपनी का मालिक बताकर झूठे आवेदन दायर किए थे. दरअसल, तीनों रेस्तरां पहले ही बंद हो चुके थे और डॉक वायरलेस में कोई कर्मचारी नहीं था. किसी भी व्यक्ति के पास कोई स्वामित्व हिस्सेदारी नहीं थी. मामला खुलने के बाद दोनों आरोपियों को मई 2020 में गिरफ्तार किया गया और स्टेवली को आरोपित होने के बाद घर में नजरबंद कर दिया गया था. न्याय विभाग के मुताबिक, कुछ हफ्तों बाद डेविड स्टेवली ने अपने इलेक्ट्रॉनिक निगरानी उपकरण को काट दिया. सहयोगियों और परिवार के सदस्यों के साथ सुसाइड नोट छोड़ दिया. अपनी कार को समुद्र के किनारे पार्क कर दिया. लेकिन जो लोग उसे जानते थे, वह उसकी खुदकुशी को सच नहीं मान रहे थे. संघीय जांचकर्ताओं ने मई और जुलाई 2020 के बीच एक तलाशी अभियान शुरू किया. कहा जाता है कि उन तीन महीनों के दौरान, स्टेवली ने देश भर में यात्रा करने और अधिकारियों से बचने के लिए झूठे दस्तावेजों, चोरी की लाइसेंस प्लेट और कम से कम पांच अलग-अलग फोन नंबरों का इस्तेमाल किया. यूएस मार्शल ने अंततः 23 जुलाई, 2020 को उसे अटलांटा, जॉर्जिया के उत्तर में पकड़ लिया. वह साढ़े चार साल जेल में बिताएगा, उसके बाद तीन साल की निगरानी में रिहाई होगी.