जो प्रदेश अध्यक्ष बना उसका ब्याव मंड गया
इसे संयोग ही कहा जाएगा कि युवा मोर्चा के पिछले तीन प्रदेश अध्यक्षों की शादी अध्यक्ष बनने के बाद ही हुई। यानि उनके लिए प्रदेश अध्यक्ष का पद फायदेमंद साबित हुआ। इंदौर से प्रदेश युवा मोर्चा तक पहुंचे अमरदीप मौर्य की शादी उनके अध्यक्ष बनने के बाद ही हुई थी तो इसके बाद अभिलाष पांडे अध्यक्ष बने और सालभर में ही उनका ब्याव मंड गया। अब बारी वैभव पंवार की हैं। वे वीडी शर्मा की टीम में युवा मोर्चा के अध्यक्ष बनाए गए हैं और इसी सप्ताह उनकी भी शादी हो रही है। वैसे सांसद बनने के बाद और भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनने के पहले वीडी शर्मा भी परिणय बंधन में बंध चुके हैं।
गिनती की महिलाएं नजर आईं प्रदर्शन में
शनिवार को संभागायुक्त कार्यालय में हुए कांग्रेस के प्रदर्शन में महिला कांगे्रस की गिनीचुनी कार्यकर्ता नजर आईं, जबकि पहली बार सभी गुट के पुरूष नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में नजर आए। महिला कांग्रेस की अध्यक्ष शशि यादव 15 महिलाएं भी इक_ा नहीं कर पाईं और 5-7 महिलाओं के साथ प्रदर्शन में पहुंच गई, जबकि वे खुद सज्जन वर्मा गुट से आती हैं। होना तो यह चाहिए था कि अपने नेता के लिए उन्हें दमखम से महिलाओं की बड़ी संख्या लेकर प्रदर्शन में पहुंचना था।
कभी सीएम के सारथी हुआ करते थे
पूर्व पार्षद मनोज मिश्रा कभी सीएम के सारथी हुआ करते थे और उनके इंदौर आगमन पर उनके साथ ही नजर आते थे, लेकिन शनिवार को जब सीएम आए तो वे शाम को गोलू शुक्ला के नए घर में सावन सोनकर के साथ नजर आए। सीएम ने उनकी पीठ पर हाथ रखा और आगे बढ़ गए। मिश्रा की राजनीतिक दौड़ अब पार्षद से आगे निकलकर कहीं ओर इशारा कर रही है और हो सकता है कि मामा उन्हें कहीं अच्छी जगह बिठा दें। इसी चक्कर में अब मिश्रा भोपाल के चक्कर बार-बार लगा रहे हैं।
शुक्ला की मेहमाननवाजी के कायल हुए अधिकारी
एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में गोलू शुक्ला के नए घर में जाने का कार्यक्रम जुड़ा। दूसरे दिन ताबड़तोड़ व्यवस्था हुई। सीएम लौटते वक्त आए और शुक्ला परिवार के बीच काफी समय बिताया। जनप्रतिनिधियों के साथ रात का भोजन उन्होंने यहीं किया। जाते-जाते शुक्ला परिवार के सत्कार की सीएम ने तारीफ की, लेकिन जिन अधिकारियों की ड्यूटी वहां लगाई गई थी वे भी शुक्ला परिवार की मेहमाननवाजी के कायल हो गए। दरअसल सीएम के साथ ही भोजन के लिए राउंड टेबल सजाई गई थी और शुक्ला परिवार के सभी सदस्यों ने अतिथियों की तरह एक सिपाही से लेकर एडिशनल एसपी को मान-मनुहार कर खाना खिलाया तो महिला स्टॉफ की गोलू की पत्नी ने मेहमानवाजी की।
आकाश की तैयारी धरी रह गई
ऐनवक्त पर सीएम के कार्यक्रम मेें कुछ नए कामों का लोकार्पण जुड़वाने में विधायक आकाश विजयवर्गीय सफल तो हो गए, लेकिन भव्य लोकार्पण की तैयारी धरी रह गई। उनके क्षेत्र में पूर्व मंडल अध्यक्ष और भाजपा के वरिष्ठ नेता सचिन मौर्य का निधन उसी दिन सुबह हो गया था। आकाश को जब इसकी खबर मिली तो उन्होंने अपने समर्थकों से कहा कि सभी काम सादगी से होंगे। इसलिए अभय प्रशाल में 3 नंबर के कुछ कार्यों का लोकार्पण सादगी से करवा लिया गया और उसका ज्यादा प्रचार नहीं किया गया।
भाजपा और कांगे्रस के महापौर के दावेदारों में आज फिर से हलचल मच गई है। महापौर और अध्यक्ष का चुनाव सीधे तौर पर नहीं होकर पार्षदों द्वारा उन्हें चुने जाने संबंधी कांग्रेस सरकार का पिछला फैसला फिलहाल लागू रहेगा। अगर चुनाव होते हैं तो उन लोगों की चल निकलेगी, जिनकी राजनीतिक पकड़ मजबूत है। फिलहाल तो कोर्ट के फैसले पर सबकी निगाहें हैं, जहां से तय होगा कि क्या होना है?
-संजीव मालवीय
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