पंजाब: पंजाब से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक लड़की को गोल्डन टेंपल में प्रवेश करने से रोक दिया गया. जानकारी के मुताबिक लड़की ने अपने चेहरे पर तिरंगा बनाया हुआ था. इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है जो सोशल मडिया पर काफी हो रहा है.
वहीं वीडियो वायरल होने के बाद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के जनरल सेक्रेटरी ने प्रतिक्रिया दी है और किसी भी गलत व्यवहार के लिए माफी मांगी है. इसी के साथ उन्होंने कहा है कि महिला के चेहरे पर बना झंडा देश का तिरंगा नहीं था.
‘झंडे में अशोक चक्र नहीं था, इसलिए तिरंगा नहीं था’
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के जनरल सेक्रेटरी गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने माफी मांगते हुए कहा, अगर किसी भी अधिकारी ने दुर्व्यवहार किया है तो हम माफी मांगते हैं. इसी के साथ उन्होंने मामले पर सफाई देते हुए कहा कि गोल्डन टेंपल एक सिख धर्मस्थल है और हर धार्मिक स्थान की अपनी मर्यादा होती है. उन्होंने ये भी बताया कि लड़की के चेहरे पर लगा झंडा राष्ट्रीय ध्वज नहीं था क्योंकि उसमें अशोक चक्र नहीं था. उन्होंने इसके राजनीतिक झंडा होने की संभावना भी जताई.
“It’s Punjab not India”
Is this really happening in Punjab? 🙄
Is Khalistani’s occupying Golden Temple?
Is Punjab not India?
This is disgusting 🚨🚨
#PunjabPolice #Amritsar #goldentemple #TejRan #Khalistan #India pic.twitter.com/q6zB48ZhvI— Nidhi (@Its__me__Nidhi) April 17, 2023
लड़की से बहस करता नजर आया कर्मचारी
लड़की को गोल्डन टेंपल में प्रवेश करने से रोकने वाली घटना के वीडियो में स्वर्ण मंदिर के कर्मचारी को लड़की से यह कहते सुना जा सकता है कि “यह भारत नहीं है, यह पंजाब है”. इस दौरान स्वर्ण मंदिर का कर्मचारी लड़की से बहस करता भी नजर आता है और मंदिर में प्रवेश करने के लिए चेहरे से झंडा हटाने के लिए कहता है.
बता दें, बीटिंग रिट्रीट समारोह के लिए अटारी-वाघा सीमा पर जाने वाले बहुत से लोग अपने चेहरे तिरंगे में रंगवाते हैं. इसके बाद वह स्वर्ण मंदिर भी जाते हैं.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved