इंदौर (Indore)। ओडिशा से एंबुलेेंस में गांजा भरकर इंदौर लाने से पहले ही सिमरोल पुलिस ने पकड़ लिया। दो तस्कर पुष्पा फिल्म की तर्ज पर एंबुलेंस का स्टाफ और डॉक्टर बनकर मादक पदार्थ इंदौर ला रहे थे, लेकिन गाड़ी नंबर देखकर पुलिस ने रोका और तलाशी ली तो वे बच नहीं पाए। उनके पास लाखों का गांजा मिला।
सिमरोल टीआई अमित कुमार की टीम ने यह कार्रवाई की। ग्रामीण एसपी हितिका वासन ने बताया कि भेरूघाट बाबा चौपाटी के नीचे डबल मोड़ पर पुलिस ने चेकिंग पाइंट लगाया था। ओडिशा पासिंग एक एंबुलेंस वाहन इंदौर की तरफ आ रहा था। अमूमन एंबुलेंस वाहन को पुलिस रोकती नहीं है, लेकिन एंबुलेंस के नंबर को देखकर पुलिस को शक हुआ तो वाहन रुकवाया। टीआई अमित कुमार एंबुलेंस के अंदर गए तो गाड़ी का ड्राइवर अन्य एंबुलेंस चालकों की तरह कपड़े पहना था। उसमें सवार एक अन्य शख्स भी ऐसी ही ड्रस में था, ताकि पुलिस उन पर शक नहीं कर सके।
जब पुलिस ने एंबुलेंस की तलाशी ली तो एक क्विंटल 38 किलो गांजा मिला, जिसकी बाजार में कीमत करीब 40 लाख रुपए है। पुलिस ने मामले में एंबुलेंस के चालक और उसमें सवार एक अन्य शख्स पर केस भी दर्ज किया है। आरोपी किरण उर्फ टेलको पिता राजेश हतंल और डब्लू उर्फ बलराम दोनों निवासी ओडिशा को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने कबूल किया कि वे इंदौर में गांजा सप्लाय करने जा रहे थे। यहां किसे गांजा देने वाले थे इस बारे में भी पुलिस पूछताछ कर रही है।
कैबिनेट मंत्री के बयान के बाद पुलिस ने की यह बड़ी कार्रवाई
कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मादक पदार्थों की बिक्री पर रोक को लेकर पुलिस प्रशासन को चेतावनी दी थी। इसी कड़ी में पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है, लेकिन सिमरोल पुलिस की नाकाबंदी ने एक बड़े मामले को उजागर कर दिया। आरोपियों से यह भी पूछताछ की जा रही है कि वह कितनी बार इंदौर में गांजा सप्लाय कर चुके हैं।
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