भोपाल: साइबर पुलिस (cyber police) ने दिल्ली में चल रहे 3 फर्जी कॉल सेंटरों को पकड़ा है. यहां से कई लोगों को अश्लील फोटो दिखाकर ब्लैकमेल (blackmail) किया जा रहा था. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक कॉल सेंटर में काम कर रहे लोग सिम एक्सचेंज कर देते थे और पर्सनल फोटो ले लेते थे. उसी के जरिए ब्लैकमेल कर वारदात को अंजाम देते थे.
दावा किया जा रहा है कि पकड़े गए चार आरोपियों से और भी कई बड़े खुलासे होंगे. इसे साइबर सेल (cyber cell) की अब तक की सबसे बड़ी सिम की रिकवरी बताया जा रहा है. एक्सेस बॉक्स के साथ पुलिस ने 70 सिम पकड़ी हैं. आरोपी अब तक हिंदीभाषी 12 राज्यों से हज़ारों लोगों के साथ करोड़ों की ठगी कर चुके हैं. फर्जी कंपनी बनाकर तीन कॉल सेंटर खोले गए थे. अब कंपनी के सभी डायरेक्टरों पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. दरअसल ये लोग लोन रिकवरी के नाम पर लोगों के मोबाइल का एक्सेस लेते थे और उनकी पर्सनल फोटो कॉपी कर लेते थे.
मोबाइल पर एक्सेस के बाद ली गई फोटो और कॉन्टैक्ट डाटा (photo and contact data) कॉपी कर लेते थे. उन फोटो को एडिट कर अश्लील बना लेते थे और ब्लैकमेल करते थे. हाल ही में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने भी एक फेक कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया था. जहां से पूरे देश भर में क्रेडिट कार्ड यूजर को फोन कर उनके साथ धोखाधड़ी की जा रही थी. पुलिस ने इस मामले में 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इनके पास से 117 सिम कार्ड, 28 मोबाइल फोन और कई दस्तावेज बरामद हुए थे. दस्तावेज से पुलिस ने क्रेडिट कार्ड होल्डर के डाटा बरामद किए थे.
पुलिस के मुताबिक ये लोग क्रेडिट कार्ड (Credit Card) की लिमिट बढ़वाने के नाम पर और इंश्योरेंस के नाम पर क्रेडिट कार्ड पर या लोन दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करते थे. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को जानकारी मिली थी कि जनकपुरी एरिया में शख्स एक फेक कॉल सेंटर चला रहा है. जहां से वो क्रेडिट कार्ड होल्डर्स के साथ धोखाधड़ी करता है. इनके टारगेट पर ज्यादातर वो लोग थे जो नया कार्ड बनवाते थे. फोन कर और रीवार्ड प्वाइंट को रिडीम करने के नाम पर वो लोगों से उनके कार्ड के डिटेल और ओटीपी मांग लेते थे. इसके बाद क्रेडिट कार्ड से पैसे, ई वॉलेट में ट्रांसफर कर लेते थे.
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