नई दिल्ली । कोरोना (Corona) महामारी के बीच इन दिनों ब्लैक फंगस (Black fungus) का खतरा काफी बढ़ रहा है और देश के विभिन्न इलाकों से ब्लैक फंगस के मरीज बढ़ने की खबरें सामने आ रही हैं. बता दें कि ब्लैक फंगस से मरीज की आंखों की रोशनी भी जाने का डर है और साथ ही यह मरीज की जान पर भारी भी पड़ सकता है. लेकिन इस बीमारी का इलाज है एम्फोटेरिसिन-बी लाइपोसोमल इंजेक्शन. अगर मरीज को इस इंजेक्शन की डोज दी जाएं तो कोई खतरा नहीं है. हालांकि इस ब्लैक फंगस के मामले बढ़ने के साथ ही देश में एम्फोटेरिसिन बी लाइपोसोमल इंजेक्शन (Amphotericin B liposomal injection) की कमी देखने को मिल रही है.
क्या है एम्फोटेरिसिन बी लाइपोसोमल इंजेक्शन
यह एक एंटी फंगल इंजेक्शन (Anti fungal injection) है. यह शरीर में फंगस की ग्रोथ को रोक देता है, जिससे संक्रमण बढ़ने का खतरा खत्म हो जाता है. कोरोना संक्रमण के बाद कई मरीजों में ब्लैक फंगस या म्यूकरमाइकोसिस के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में एम्फोटेरिसिन बी लाइपोसोमल (Amphotericin B Lyposomal) इंजेक्शन इसके इलाज में काफी कारगर है. ये इंजेक्शन मरीज को रोजाना लगाने की जरूरत पड़ती है और 15-20 दिन तक इस इंजेक्शन की डोज देने पड़ती है. इस इंजेक्शन की भारतीय बाजार में कीमत 7-8 हजार रुपए हो सकती है. चूंकि आजकल इस इंजेक्शन की काफी मांग है, इसलिए इसकी भारतीय बाजार में कमी भी देखी जा रही है.
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