डेस्क: अनंतनाग-राजौरी लोकसभा केंद्र पर चुनाव आयोग ने 7 मई को प्रस्तावित लोकसभा चुनाव 25 मई तक टाल दिया है. चुनाव आयोग द्वारा अनंतनाग-राजौरी लोकसभा केंद्र में चुनाव की तारीख बदलने पर जम्मू-कश्मीर की सियासत गरमा गई है. पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने कहा कि 1987 दोहराए जाने की कोशिश की जा रही है. वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने भारतीय चुनाव आयोग पर तंज कसते हुए कहा कि इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ है कि महज भूस्खलन के कारण चुनाव टाल दिया गया हो.
उन्होंने कहा किअगर हमें पाकिस्तान जाना होता तो हम 1947 में ही चले गए होते लेकिन हमने फैसला किया कि हम गांधी के हिंदुस्तान में रहेंगे, लेकिन आज यह हिंदुस्तान वो हिंदुस्तान नहीं रहा, अगर यह लोग वापस आए तो हिंदुस्तान का नाम मिट जाएगा.. यह चुनाव बिजली पानी के चुनाव नहीं है यह चुनाव भारत हिंदुस्तान को बचाने का चुनाव है.
चुनाव आयोग द्वारा अनंतनाग-राजौरी सीट पर मतदान की तारीख को संशोधित कर 25 मई की घोषणा करने के बाद प्रमुख राजनीतिक दल पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है. पीडीपी ने बुधवार को चुनाव आयोग के खिलाफ श्रीनगर पार्टी मुख्यालय में विरोध प्रदर्शन किया और चुनाव आयोग के इस फैसले की कड़ी शब्दों में निंदा की.
पीडीपी के नेताओं के अनुसार चुनाव आयोग फिर 1987 के हालात को दोहराने की कोशिश कर रहा है, मगर वैसा होगा नहीं. पीडीपी के वरिष्ठ नेता नईम अख्तर ने इस फैसले का विरोध करते हुए कहा कि सरकार यहां 1987 को दोहराने की कोशिश कर रही हैं, मगर इस बार हथियार से नहीं, लोग वोट से इसका जवाब देंगे और जब भी चुनाव होगा, बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टियों को हार का सामना करना पड़ेगा.
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