डेस्क। कोरोना (Corona) महामारी शुरू होने के बाद से डॉक्टर (Doctor और फ्रंटलाइन कार्यकर्ता कई लोगों के लिए रक्षक बनकर उभरे हैं। हालांकि कई अस्पतालों (Hospital) पर कोविड-19 (Covid-19) के इलाज के लिए भारी शुल्क वसूलने और मरीज की सेहत से समझौता करने के भी आरोप लगे हैं। जहां एक तरफ लोग इस महामारी का फयदा उठा रहे हैं, वहीं हैदराबाद शहर के एक डॉक्टर ने सिर्फ 10 रुपये में कोविड-19 मरीजों का इलाज कर कई लोगों की मदद की है।
हैदराबाद के डॉ विक्टर इमैनुएल, जिन्हें कई लोग कोरोना मरीजों के लिए एक जीवन रक्षक के रूप में पहचानते हैं। यह लोगों को अस्पताल जाए बिना घर पर आइसोलेट होकर वायरस का इलाज करने में मदद करते हैं। जब कई अस्पताल बेड और ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं, तब ये लोगों को घर पर रहकर इलाज करने में मदद कर रहे थे।
सेंटर फॉर गुड गवर्नेंस (CGG) के एक कर्मचारी पी जानकी राम, जिनके परिवार के सात सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे उन्होंने सभी के इलाज में कुल 10 हजार रुपये खर्च किए। डॉक्टर की देखरेख में सभी सात सदस्यों का होम आइसोलेशन में इलाज किया गया। जानकी राम ने बताया कि अगर वह अपने परिवार के सात सदस्यों को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराते तो बिल 25 लाख से भी ज्यादा का आता।
डॉक्टर के मार्गदर्शन में पहली लहर और वर्तमान लहर के दौरान सैकड़ों परिवार बीमारी से उबर चुके हैं। डॉ इमैनुएल, एक सामान्य चिकित्सक, बोडुप्पल में प्रज्वाला क्लीनिक चलाते हैं। उनका कहना है कि वह 10 रुपये में इलाज करते हैं और कुछ मामलों में, हमुफ्त इलाज भी किया जाता है। पिछले साल उन्होंने 20 से 25 हजार कोरोना मरीजों का इलाज किया था।
डॉ इमैनुएल ने कहा कि अब तक उनके सभी मरीज कोरोना से ठीक हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि भगवान ने उन्हें जरूरतमंदों की सेवा करने का अवसर दिया है। कई ऐसे लोग हैं जो लॉकडाउन के कारण आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहे हैं। कुछ परिवारों के लिए उनका परामर्श शुल्क 10 रुपये तय किया गया है और कई गरीब परिवारों के लिए मुफ्त है।
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