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    WORLD का यह देश कर रहा अगली महामारी रोकने के लिए काम, Scientist बंदरों को लगा रहे vaccine

  • February 23, 2021

    रियो डे जेनेरो । ब्राजील (Brazil) में कोरोनावायरस (Coronavirus) की वजह से दुनिया में दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं. पहले स्थान पर अमेरिका (America) है. लेकिन वहां के साइंटिस्ट (Scientist) एक अलग और ज्यादा जानलेवा बीमारी के संक्रमण (Deadly disease infections) के फैलने को लेकर डरे हुए हैं. इस दक्षिण अमेरिकी देश (South american country) में हर साल करीब 2 लाख लोग पीले बुखार (Yellow Fever) से बीमार होते हैं. इनमें से 30 हजार लोगों की मौत हो जाती है. साइंटिस्ट्स को डर है कि कोरोना वायरस के बीच ये महामारी फैली तो दिक्कत बढ़ जाएगी. 

    पीला बुखार (Yellow Fever) इंसानों को बंदरों के जरिए होता है. लेकिन इसे फैलाता है मच्छर. यलो फीवर में तेज बुखार, सर दर्द और कुछ मरीजों को गंभीर स्थिति में पीलिया हो जाता है. अत्यधिक गंभीर स्थिति आने पर मरीज के शरीर के अंदर ब्लीडिंग होने लगती है और लिवर फेल हो जाता है.


    ब्राजील में अगर हर साल वैक्सीनेशन न किया जाए तो वहां यलो फीवर से 15 फीसदी लोग मारे जाएं. यानी कोरोनावायरस से ज्यादा मृत्यु दर. ब्राजील और दुनिया भर के साइंटिस्ट अब इस देश में यलो फीवर को रोकने के प्रयास में जुट गए हैं. वो नहीं चाहते कि कोरोना के बाद यलो फीवर उनके यहां फैलकर महामारी का रूप ले.

    साल 2016 में ब्राजील में सबसे ज्यादा यलो फीवर के मामले सामने आए थे. उस समय 4 करोड़ ब्राजीलियन नागरिकों को यलो फीवर का खतरा हो गया था. क्योंकि उस समय उसकी वैक्सीन नहीं थी. मई 2017 तक यलो फीवर पूरे ब्राजील में फैल गया था. 80 सालों में यह सबसे भयानक महामारी थी. इसकी वजह से 3000 लोग संक्रमित हुए थे. इनमें से 400 लोग एक महीने में ही मर गए थे.

    स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्दन रियो डे जेनेरो के कंजरवेशन बायोलॉजिस्ट कार्लोस रैमोन रुइज मिरांड ने बताया कि जब आपके देश में बंदर हों और वो किसी छोटे जंगल में रहते हो. यानी बेहद घनत्व के साथ तो ऐसे में यलो फीवर के फैलने की आशंका कई गुना बढ़ जाती है. यलो फीवर सबसे ज्यादा गोल्डेन लायन टैमेरिन मंकी (Golden Lion Tamarin Monkeys) से इंसानों में मच्छरों के जरिए फैलता है.

    साइंटिस्ट इसे रोकने के लिए रियो डे जेनेरे से 80 किलोमीटर दूर स्थित जंगल में गोल्डेन लायन टैमेरिन मंकी (Golden Lion Tamarin Monkeys) को खोज रहे हैं. ताकि इन बंदरों को पकड़ कर उन्हें यलो फीवर की वैक्सीन लगा सकें. कार्लोस रैमोन ने बताया कि यलो फीवर की बेहद ताकतवर वैक्सीन मौजूद है.

    साल 2018 में ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्री ने आदेश दिया था कि 8 करोड़ की आबादी वाले देश में से 2.10 करोड़ लोगों को यलो फीवर का टीका लगाया जाए. कई इलाकों में तो 95 फीसदी लोगों को वैक्सीन लगाया गया. लेकिन यलो फीवर में कमी नहीं आई. आज भी 50 फीसदी लोग संक्रमित हो जाते हैं.

    दुनिया में कुल मिलाकर करीब 780 करोड़ लोग रहते हैं. जबकि, गोल्डेन लायन टैमेरिन मंकी (Golden Lion Tamarin Monkeys) सिर्फ 2500 ही हैं. लेकिन ये यलो फीवर की महामारी लाने के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं. इसलिए ब्राजील की सरकार अब इन बंदरों को पकड़ कर इनका वैक्सीनेशन कर रही है ताकि अगर मच्छर इनको काटने के बाद इंसानों को काटे तो यलो फीवर न हो.

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