नई दिल्ली। पूरी दुनिया में मंदी का असर दिखने लगा है। यही वजह है कि दुनियाभर में कई कंपनियां अपने यहां स्टाफ की छंटनी करने में जुटी हैं। अब इस लिस्ट में नया नाम टेक कंपनी Zoom का भी जुड़ गया है। बता दें कि जूम ने 1300 कर्मचारियों को निकालने का फैसला किया है। यह कंपनी के कुल कार्यबल का 15 फीसदी है। कंपनी के सीईओ एरिक युआन (Eric Yuan) ने कंपनी की वेबसाइट पर एक ब्लॉग पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है। एरिक युआन के इस एलान का असर भी दिखा और मंगलवार को नैस्डेक पर जूम के शेयरों में 8 फीसदी की तेजी आई है।
कोरोना महामारी के दौरान कई तकनीकी कंपनियों को गजब की ग्रोथ मिली और जूम भी उनमें से एक थी। कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान जब पूरी दुनिया घरों में कैद थी, तब जूम का बिजनेस पर चरम पर था और घरों-ऑफिस वगैरह में जूम का खूब इस्तेमाल हो रहा था। हालांकि अब जब हालात सामान्य हैं तो कंपनी को मंदी का सामना करना पड़ रहा है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सर्विस कंपनी जूम के सीईओ एरिक युआन ने ब्लॉग में लिखा कि ‘वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनियमितता और ग्राहकों के इस पर असर के चलते हमें कड़े लेकिन कदम उठाने पड़ रहे हैं।’
युआन ने लिखा कि ‘हम लगातार काम कर रहे हैं ताकि जूम को इसके ग्राहकों के लिए और बेहतर बनाया जा सके लेकिन हमसे भी गलतियां हुई हैं। हमने अपनी टीम की समीक्षा की और ज्यादा वक्त नहीं लिया। हम ये देख रहे हैं कि कारोबार को कैसे ज्यादा सस्टेनेबल बनाया जा सके’। बता दें कि जूम जिन कर्मचारियों को निकाल रही है, उन्हें चार महीने की सैलरी और हेल्थ कवरेज देने की बात कही गई है। बता दें कि कंपनी के सीईओ एरिक युआन ने भी आने वाले वित्तीय वर्ष में अपनी सैलरी में 98 फीसदी की कटौती करने का फैसला किया है। साथ ही 2023 का कॉरपोरेट बोनस भी ना लेने की बात कही है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के बाद अब दुनियाभर में मंदी का असर बढ़ रहा है और सिर्फ जनवरी माह में ही विभिन्न टेक कंपनियों ने करीब 50 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है। डेल ने भी सोमवार को 6600 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का एलान किया है। गूगल ने भी 12 हजार लोगों की छंटनी का एलान किया है। वहीं माइक्रोसॉफ्ट भी 10 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की योजना बना रही है।
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