नई दिल्ली: माइक्रोसॉफ्ट की कंपनी गिटहब (GitHub) में बड़े पैमाने पर छंटनी की गई है. कंपनी ने अपने पूरी भारतीय इंजीनियरिंग टीम को ही नौकरी से निकाल दिया है. आईएएनएस की खबर के मुताबिक अमेरिका के बाद गिटहब की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग टीम भारत में ही थी. कंपनी ने सभी भारतीय इंजीनियरों की छंटनी का फैसला किया है. इसका असर 100 से अधिक कर्मचारियों पर पड़ा है.
भारती की पूरी टीम की गई छंटनी
टेक लेखक गेर्गली ओरोज जो पिछले कुछ समय से टेक क्षेत्र में हुई छंटनी पर नजर बनाए हुए हैं उन्होंने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट की स्वामित्व वाली कंपनी गिटहब (GitHub Layoffs) ने अपनी पूरी भारत में स्थित पूरी इंजीनियरिंग टीम को निकालने की घोषणा कर दी. गौरतलब है कि अमेरिका के बाद भारत में कंपनी के सबसे ज्यादा सॉफ्टवेयर डेवलपर काम कर रहे थे. गेर्गली ओरोज का कहना है कि कंपनी ने यह फैसला इसलिए लिया है क्योंकि भारत में कंपनी की टीम बाकी दुनिया के हिस्सों के मुकाबले छोटी थी.
GitHub ने आईएएनएस से बात करते हुए बताया कि कंपनी ने यह फैसला अपने ‘Reorganisation Plan’ के तहत ही लिया है. GitHub ने फरवरी में ही बड़े पैमाने पर छंटनी के संकेत दे दिए थे. कंपनी का कहना है कि यह एक बेहद कठिन मगर जरूरी फैसला है. हमने यह फैसला छोटी अवधि में अपनी जरूरतों को पूरा करने और लंबी अवधि में सही जगह पर पैसे के निवेश के लिए लिया है. ध्यान देने वाली बात ये है कि गिटहब ने फरवरी में ही यह ऐलान कर दिया था कि वह अपनी कुल वर्कफोर्स के 10 फीसदी कर्मचारियों की इस तिमाही के अंत तक छंटनी करने जा रहा है.
बता दें कि इस छंटनी से पहले कंपनी में कुल 3,000 कर्मचारी कार्यरत थे. अपने कर्मचारियों को भेजे गए ईमेल में गिटहब के सीईओ थॉमस डोमके (GitHub CEO Thomas Dohmke) ने कहा कि किसी भी बिजनेस को चलाने के लिए सही ग्रोथ होना आवश्यक है. ऐसे में कंपनी ने अपनी ग्रोथ के लिए यह कठिन फैसला लिया है. इसके साथ ही सीईओ ने कहा कि कंपनी फिलहाल 18 जनवरी के फैसले पर अमल करते हुए किसी तरह की नई हाइरिंग नहीं करेगी. ओपन सोर्स डेवलपर प्लेटफॉर्म गिटहब के दुनियाभर में 100 मिलियन से ज्यादा सदस्य हैं. इसमें अकेले भारत में कुल 10 मिलियन से अधिक डेवलपर हैं. अमेरिका के बाद भारत में कंपनी के सबसे ज्यादा एक्टिव यूजर्स हैं.
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