लखनऊ । सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बजट (Budget) पर तंज कसते हुए कहा (Said Sarcastically) कि इसे अमृतकाल का बजट (Budget is Nectar) बताया जा रहा है, तो क्या पहले वाले बजट जहरीले थे (Then what were the Poisonous) । सपा प्रमुख अखिलेश यादव और रालोद के जयंत चौधरी पश्चिमी यूपी के शामली पहुंचे। इस दौरान इन दोनों संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता कर भाजपा पर सरकार पर जमकर बरसे।
यूपी में पहले चरण के लिए प्रचार काफी तेज गति से चल रहा है। शामली में आयोजित संयुक्त पत्रकार वार्ता में अखिलेश यादव और चौधरी जयंत सिंह भाजपा पर हमलावर रहे। जयंत सिंह ने कहा कि बजट में किसान और युवाओं की उपेक्षा हुई है। अब गन्ना जीतेगा और जिन्ना हारेगा। अखिलेश यादव ने कहा कि हम दोनों गठबंधन के लोग जनता के बीच एक उम्मीद के साथ आए हैं। अखिलेश ने बजट पर निशाना साधते हुए कहा कि गरीब विरोधी बजट को मोदी सरकार अमृत बजट कह रही है। उन्होंने पूछा, अगर ये बजट अमृत बजट है तो पिछले बजट क्या जहरीले बजट थे?
पूर्व सीएम ने कहा कि ये भारतीय जनता पार्टी के लोग सोचते हैं कि हम शब्दों के खिलवाड़ से लोगों को भ्रमित कर सकते हैं। अमृतकाल का बजट अमृत कहना क्या यह सही है, पिछले वाले जहर समान थे क्या। सही मायनों में देखें तो भारतीय जनता पार्टी ने हीरे सस्ते किए, चप्पल जूते सस्ते किए। हीरे सस्ते करने से क्या गरीबों का लाभ होगा? सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा नेताओं और विधायकों को जनता के तिरस्कार का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा के लोग सोचते हैं कि हम शब्दों के खिलवाड़ से लोगों को भ्रमित कर सकते हैं। हीरा सस्ता किया है, क्या गरीब हीरा खरीद सकता है। जूता चप्पल सस्ता किया है। गरीबों के जूते चप्पल तो काम की तलाश में ही घिस जाते हैं। हम दोनों गठबंधन के लोग जनता के बीच एक उम्मीद के साथ आए हैं। अखिलेश ने कहा कि सरकार बनने पर पुरानी पेंशन बहाल होगी।
योगी आदित्यनाथ के गर्मी निकाल लेने के बयान पर अखिलेश ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की भाषा ऐसी नहीं हो सकती है। चुनाव आयोग को इस पर संज्ञान लेना चाहिए। जहां तक गर्मी का सवाल है जिस दिन गर्मी खत्म हो जाएगी हम सब मर जाएंगे। जितने भी लोग हैं अगर उनका खून गर्म नहीं रहेगा तो कोई जिंदा नहीं रहेगा। वहीं जयंत चौधरी ने कहा कि सभी किसान, व्यापारी, मजदूर, गरीब और युवा एकजुट होकर आने वाली 10 तारीख को योगी बाबा को कंबल देकर गोरखपुर मठ में भेजने का काम करें।
पूर्व सीएम ने अपने गठबंधन के बारे में कहा कि भारतीय जनता पार्टी जहां नकारात्मक राजनीति कर रही है, वहीं गठबंधन भाईचारा को लेकर आगे बढ़ेगा और मुझे खुशी है कि शामली में भाईचारा का स्तंभ बनेगा। गठबंधन के तीनों प्रत्याशी यहां से ऐतिहासिक जीत जीतकर जाएंगे। अखिलेश यादव ने कहा कि ये चुनाव भाईचारा बनाम भाजपा है। इस चुनाव में किसान सपा-रालोद गठबंधन के साथ है। जिससे भाजपा नेता परेशान है। उत्तराखंड में एक हजार गांव से पलायन हुआ है।
कहा कि भाजपा ने इसकी वजह जानने के लिए आयोग का गठन किया है। मुख्यमंत्री का राजनीतिक पलायन होने जा रहा है। भाजपा इन्हें मुख्यमंत्री बनाकर परेशान है। उन्हें अभी से घर भेज दिया है। सपा की सरकार में जितना कार्य हुआ, पहले कभी नहीं हुआ।
जयंत चौधरी ने कहा इस चुनाव में गन्ना जीतेगा, जिन्ना हारेगा। सरकार ने बजट में किसानों के हित और रोजगार सृजन के लिए कोई घोषणा नहीं की। नौजवान काफी उम्मीद लगाए बैठे थे। किसानों पर डबल इंजन सरकार की मार पड़ रही है।
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