वाशिंगटन। यशायाह अकोस्टा (Isaiah Acosta) नाम के इस लड़के की कहानी सुनकर आपको जीवन जीने का एक अलग नजरिया मिलने वाला है। क्योंकि यशायाह जब पैदा हुए तो उनके मुंह ही नहीं था। अकोस्टा 31 अक्टूबर 1999 को अमेरिका के एरिजोना में पैदा हुए थे। वह समय से पहले दो महीने का पैदा हुए थे। पैदा होते ही डॉक्टर्स ने कहा था कि उनके बचने की संभावना नहीं है। लेकिन उन्होंने डॉक्टर्स की भविष्यवाणी को गलत साबित कर दिया। पर उनके जॉ लाइन नहीं है। इस बीमारी को अग्न्याथिया कहा जाता है। ये बीमारी बहुत ही दुर्लभ स्थिति में होती है। बताया जा रहा है कि इसमें एक या दोनों जबड़े नहीं होते।
View this post on Instagram
उनके निचले जबड़े और श्वासन पथ नहीं है। इसलिए वह सांस लेने या खाने में सक्षम नहीं हैं। वह अपने गले में एक श्वास नलिका के माध्यम से सांस लेता है। उनके पेट में एक ट्यूब के लगी है जिसके माध्यम से वो खाते हैं। यशायाह का बचपन आसान नहीं रहा। उनके माता-पिता उनके साथ हर दम खड़े रहे। सांस लेने के लिए वह जिस ट्यूब का इस्तेमाल करते हैं, उसे दिन में कम से कम तीन बार सफाई की जरूरत पड़ती है। हर हफ्ते में उसे बदलना पड़ता है। उनके माता-पिता ने उन्हें नॉर्मल स्कूल ही भेजा क्योंकि वह सुन सकते थे। समझ सकते थे। उन्होंने स्नातक भी कर लिया है।
View this post on Instagram
People के मुताबिक, वो बाकी बच्चों से अलग दिखते थे। कई बार इसको लेकर लोगों ने उनका मजाक भी बनाया। बीते 20 वर्षों में उनकी कई सर्जरी हुई हैं। इसको लेकर वो ज्यादातर अस्पताल में ही रहे हैं और अपने जीवन की जंग लड़ते रहे हैं। उनके सामने हालांकि कृत्रिम जबड़े लगवाने का भी ऑप्शन था। पर उन्होंने इससे मना कर दिया। उनका मानना है कि इससे बस उनका चेहरा ठीक होगा उन्हें आवाज नहीं मिलेगी। वो जैसे दिखते हैं इसमें वो खुश हैं।
View this post on Instagram
2016 में उन्होंने फीनिक्स चिल्ड्रन हॉस्पिटल में एक बच्चों के समारोह में भाग लिया। उन्होंने यहां लोगों को बताया कि वो रैपर बनना चाहते हैं। बचपन से ही वो गाने लिख रहे हैं। साल 2017 में उनका पहला गीत आया। इसका टाइटल था ‘ऑक्सीजन टू फ्लाई’ था। इसके बाद उनका सॉन्ग ‘हेट इज द वीक।’ आज वो एक रैपर हैं। वो गाने लिखते हैं। अपने जज्बातों को लोगों तक पहुंचाते हैं। अमेरिका के इस लड़के ने ये बता दिया कि वो हार मानने वाला नहीं है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved