नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को केंद्र शासित प्रदेश दादर व नगर हवेली के सौर ऊर्जा (solar energy) के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऊर्जा जरूरतों के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने वाला दीव देश का पहला जिला बन गया है। उन्होंने कहा कि दीव शहर दिन के समय अपनी ऊर्जा की शत-प्रतिशत जरूरत सौर ऊर्जा से पूरी कर रहा है।
राष्ट्रपति ने अपने चार दिवसीय दीव दौरे के बीच आज दीव में विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इसमें आईआईआई वडोदरा-अंतरराष्ट्रीय कैम्पस दीव के पहले शैक्षणिक सत्र का उद्घाटन, कमलेश्वर स्कूल, घोघला, सौदवाड़ी में एक स्कूल के निर्माण के लिए आधारशिला रखना, दीव सिटी वॉल पर 1.3 किलोमीटर हेरिटेज वॉक-वे का मरम्मत कार्य, हेरिटेज प्रीटिक्स (ज़म्पा और मार्केट प्रीटिंक) का संरक्षण, फोर्ट रोड पर फल और सब्जी बाजार का उन्नयन और दीव जिले के संपूर्ण शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एकीकृत नगरपालिका ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली का विकास शामिल है।
इस मौके पर राष्ट्रपति ने केंद्र शासित प्रदेश में नागरिक सुविधाओं के निर्माण और रखरखाव में लोगों और प्रशासन के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि उनके प्रयासों के कारण इस केंद्र शासित प्रदेश को पिछले 4 वर्षों में भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों से सामाजिक विकास के क्षेत्र में लगभग 40 पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हो चुके हैं।
राष्ट्रपति ने प्राकृतिक धरोहरों और पर्यावरण के संरक्षण के लिए स्थानीय प्रशासन के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि संघ राज्य-क्षेत्र के उत्साहपूर्ण प्रयासों से अब दीव शहर भारत का ऐसा पहला नगर बन गया है, जो दिन के समय अपनी ऊर्जा की शत-प्रतिशत जरूरत सौर ऊर्जा से पूरी कर रहा है।
राष्ट्रपति यह जानकर खुश थे कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘वोकल फॉर लोकल ‘ (स्थानीय के लिए मुखर) का अभियान इस केन्द्रशासित प्रदेश में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए इन पहल के तहत स्थापित पर्यावरण अनुकूल खाद्य स्टाल न केवल स्थानीय लोगों को रोजगार प्रदान करेंगे बल्कि पर्यटकों को यहां के विशिष्ट भोजन का स्वाद भी मिल सकेगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि इस केंद्र शासित प्रदेश ने स्वच्छ भारत अभियान को लागू करने में अग्रणी भूमिका निभाई है। यह गर्व की बात है कि इस संघ राज्य-क्षेत्र के तीनों जिलों को ‘खुले में शौच से मुक्त’ घोषित कियाज जा चुका है। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन ने हर घर से कूड़ा उठाने की जिम्मेदारी निभाकर पूरे देश के लिए एक मिसाल कायम की है। लोगों की जीवंत भागीदारी और प्रशासन के अथक प्रयासों के कारण, दमन और दीव को 2019 के ‘स्वच्छ सर्वेक्षण’ में पहला स्थान मिला था।
राष्ट्रपति ने दीव जिले के सभी घरों तक पेयजल पहुंचाने, सभी महिलाओं को उज्ज्वला योजना का लाभ देने और स्कूल जाने की आयु के सभी बच्चों का नामांकन सुनिश्चित करने के लिए भी दादरा व नगर हवेली तथा दमन एवं दीव के प्रशासक, सांसदगण व अन्य जन प्रतिनिधियों, अधिकारियों, उद्यमियों के साथ-साथ जनता के प्रयासों की सराहना की।
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