नई दिल्ली। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का दुनिया के कई देशों में तेजी से प्रसार देखने को मिल रहा है। ब्रिटेन में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं, यहां एक दिन में 88 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। भारत में भी यह वैरिएंट काफी तेज रफ्तार से अपने पैर पसार रहा है, देश में अब तक 97 लोगों में इस नए वैरिएंट से संक्रमण की पहचान की जा चुकी है। इतना ही नहीं अब तक करीब 11 राज्यों में कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट फैल चुका है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कि इस वैरिएंट की संक्रामता दर काफी अधिक है, ऐसे में सभी लोगों को इसे बचाव करते रहने की आवश्यकता है। चूंकि वायरस में कई ऐसे म्यूटेशन देखने को मिले हैं जो इसे शरीर में वैक्सीन से बनी प्रतिरक्षा को चकमा देने के योग्य बनाते हैं, ऐसे में टीकाकरण करा चुके लोगों के लिए भी संक्रमण का खतरा बना हुआ है।
इस बीच ओमिक्रॉन से बचाव के उपायों को लेकर अध्ययन कर रही वैज्ञानिकों की एक टीम ने लोगों थोड़ी राहत भरी जानकारी दी है। कोविशील्ड वैक्सीन तैयार करने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका ने गुरुवार को बताया कि उसकी कोविड-19 एंटीबॉडी कॉकटेल, एवुशेल्ड को प्रयोगशाला अध्ययन में ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ असरदार पाया गया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह एंटीबॉडी कॉकटेल कोरोना के इस तेजी से बढ़ते खतरे को कम करने में विशेष भूमिका निभा सकती है। आइए आगे की स्लाइडों में इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
एस्ट्राजेनेका की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ”प्रयोगशाला अध्ययन में पाया गया है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट की गतिविधि को बेअसर करने में एवुशेल्ड प्रभावी साबित हो सकती है। अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन के स्वतंत्र जांचकर्ताओं द्वारा यह अध्ययन किया गया है। इसके अलावा एवुशेल्ड की प्रभाविकता को और विस्तृत रूप से जानने के लिए थर्ड पार्टी के द्वारा भी अध्ययन किए जा रहे हैं, जिसके परिणाम जल्द ही सामने आएंगे। फिलहाल अब तक के अध्ययनों में इस कोविड-19 एंटीबॉडी कॉकटेल को काफी असरदार पाया गया है।”
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