मुबंई। मिर्जापुर वेबसीरीज के दूसरे सीजन में दद्दा त्यागी का किरदार निभाने वाले एक्टर लिलिपुट के संघर्ष की कहानी आज के युवाओं के लिए प्रेरणा देने वाली है। बॉलीवुड एक्टर और वेब सीरीज के मिर्जापुर के दद्दा त्यागी को आज कौन नहीं जानता है। आज उनकी फैन फॉलोइंग गजब की है और लोकप्रियता का भी नहीं पैमाना लिलिपुट ने पा लिया है। 35 सालों से इंडस्ट्री में कायम लिलिपुट को अपनी जगह बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। वो दिन यादकर आज भी लिलिपुट भावुक हो जाते हैं।
एक्टर लिलिपुट बिहार के गया से ताल्लुक रखते हैं। उनका असली नामएम एम फारुखी है। उनके करियर की शुरुआत ससाल 1985 में हुई। इस साल उन्होंने सिनेमा और टीवी दोनों तरह के डेब्यू किए। वह सबसे पहले फिल्म सागर में नजर आए और इसी साल सीरियल इधर उधर में भी। इसके बाद उन्हें पहचान मिली विक्रम और बेताल से। सीरियल्स की बात करें तो देख भाई देख, नटखट, वो, जबान संभालके, शरारत, शौर्य और सुहानी, अदालत, लक लक की बात में नजरा आए। फिल्मों की बात करें तो सागर के अलावा वह हुकूमत, आंटी नंबर 1, शरारत, बंटी और बबली, ग्रेम का गेम और कामयाब में नजर आए।
लिलिपुट के जीवन में स्ट्रगल तब ही शुरू हो गया था जब वह बिहार से मुंबई आए थे एक्टर बनने का सपना लेकर। दोस्त के द्वारा दिए गए 130 रुपये से उन्होंने टिकट खरीदी थी। मुंबई आकर काफी समय तक कोई काम नहीं मिला तो कई रात भूखा सोए। वह खुद बताते हैं कि 15 दिन तक लगातार वह भूखे रहे। तब उनके एक दोस्त को इस हालत का पता चला और उसने लिलिपुट को खाना खिलाया। संघर्ष के दिनों में वह पोस्टर चिपकाने, गड्ढे खोदने, लकड़ियां काटने से लेकर होर्डिंग लगाने तक के सभी छोटे-मोटे काम किया करते थे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved