इंदौर। निर्माणाधीन इंदौर-अकोला फोरलेन हाईवे प्रोजेक्ट के तहत तीसरी सुरंग बनना करीब-करीब तय हो गया है। यह सुरंग चोरल से बलवाड़ा के बीच बनेगी। करीब तीन महीने पहले इसका प्रस्ताव बनाकर नई दिल्ली भेजा गया था, जिसकी मंजूरी के लिए मंत्रालय सैद्धांतिक रूप से तैयार है। नेशनल हाईवेज अथॉरिटी आफ इंडिया (एनएचएआई) की इंदौर यूनिट को जल्द ही औपचारिक अनुमति मिल जाएगी।
अफसरों ने बताया कि नई सुरंग करीब 550 मीटर लंबी होगी। यदि इसमें दोनों दिशाओं के लिए बनने वाली दोनों सुरंगों की लंबाई जोड़ लें तो यह 1100 मीटर होगी। इसके निर्माण पर एनएचएआई को 100 करोड़ रुपए से ज्यादा राशि अतिरिक्त रूप से खर्च करना होगी।
3500 पेड़ कटने से बचाएगी तीसरी सुरंग
अब तक इंदौर-अकोला हाईवे पर दो सुरंगें बनाई जा रही हैं, जिनका निर्माण सिमरोल और बाईग्राम के पास हो रहा है। तीसरी सुरंग का एक सिरा बलवाड़ा स्टेशन के आसपास होगा। एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुमेश बांझल ने बताया कि इसके बनने से न केवल 3500 पेड़ कटने से बचेंगे, बल्कि बड़े पहाड़ों को काटने का काम भी नहीं करना पड़ेगा। इससे समय भी बचेगा। पर्यावरण सुरक्षा और वाहन चालकों के सुरक्षित सफर के मद्देनजर प्रोजेक्ट में तीसरी सुरंग जोड़ी जा रही है। इससे यात्रियों का सफर आसान होगा और समय भी बचेगा।
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