उज्जैन । कोरोना के कारण साइड इफेक्ट (Corona due to side effects) के रूप में नाक से साइनेसेस होते हुए ऑंखों तक फैलनेवाली बीमारी, ब्लेक फंगस (Blake fungus) के चार मरीजों का उपचार इस समय आर डी गार्डी मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। इनमें से दो का ऑपरेशन हो चुका है। गुरुवार को तीसरा ऑपरेशन शुरू हो गया है। यह ऑपरेशन डॉ.सुधाकर वैद्य (Operation Dr. Sudhakar Vaidya) द्वारा किया जा रहा है जोकि वरिष्ठ नेत्र रोग चिकित्सक सह सर्जन हैं।
चर्चा में डॉ.वैद्य ने बताया कि पिछले दो ऑपरेशन में आंखे निकालने की नौबत नहीं आई,फिलहाल मामला अंडर कंट्रोल है। आज होनेवाले ऑपरेशन में किसी भी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। जिस मरीज का ऑपरेशन होना है,उसके परिजनों को दवाईयां लिखी थी। तीन दिन तक भटकने के बाद वे जब परेशान हुए तो कॉलेज प्रशासन द्वारा ऑपरेशन हेतु इमरजेंसी इंतजाम किए गए हैं। चूंकि यह मामला गंभीर है,ऐसे में मरीज के नाम का खुलासा नहीं किया जा रहा है। चौथा ऑपरेशन भी कल या परसों तक हो जाएगा। दो ऑपरेशन में फंगस निकाल दी गई है।
एक माह से चल रही थी शार्टेज,अब बाजार से गायब
डॉ.सुधाकर वैद्य एवं डॉ.सौरभ जैन के अनुसार पहले भी आंखों में फंगस के मामले आते थे लेकिन गंभीर नहीं होते थे। दवाईयां बाजार में भरपूर रहती थी। जैसे ही एक माह पूर्व गुजरात में ब्लेक फंगस के मामले बढ़े,मध्यप्रदेश में हलचल हो गई। यहां बगैर मामलों के दवाईयां समाप्त हो गई। उन्होंने बताया कि एंटी फंगस दवाईयां जो कि आयवी सेट से दी जाती है, कोविड मामलों में आंखों में फंगस होने पर महत्वपूर्ण दवाई के रूप में स्थान रखती हैं।
शहर के मेडिकल स्टोर संचालक विक्की गुप्ता के अनुसार पिछले एक माह से शार्टेज आना शुरू हो गई थी। बाहर के राज्यों के लोग इंदौर खरीदी करने पहुंचे। वहां स्टॉक खत्म हुआ तो उज्जैन के बाजार में उपलब्ध ऐसी आंखों की एंटी फंगस दवाईयां खरीदकर ले गए। अब बाजार में यह दवाईयां उपलब्ध नहीं हैं। लोग दुकानों पर भटक रहे हैं।
नमक के पानी से नाक साफ करें,नहीं होगी ब्लेक फंगस
डॉ.सुधाकर वैद्य के अनुसार प्राचीन समय से योग में नेती का महत्व है। इससे नाक और नाक से संबंधित अंग साफ हो जाते हैं। सारा मेल,वायरस,गंदगी साफ हो जाती है। उन्होने अपील की कि जिन्हें कोरोना हुआ है,हुआ था या नहीं हुआ है….वे सभी रोजाना दिन में कम से कम तीन बार कुनकुने पानी में नमक डालकर अपनी दोनों नाक को अच्छे से साफ करें। ऐसा करने से जो फंगस होगी,निकल जाएगी। हमारी नाक में मॉस्क लगाने के बाद भी धूलकण तो घुसते ही हैं। उसी के साथ वायरस,बैक्टेरिया,फंगस भी घुस सकती है। उक्त क्रिया बगैर रूपये खर्च किए,5 मिनिट का समय निकालकर की जा सकती है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved