नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की द्वारका पुलिस ने एक ऐसे रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जो लोगों को बलात्कार के झूठे मामले में फंसाकर उनसे एक्सटॉर्शन मनी वसूल रहा था. पुलिस के मुताबिक, यह गैंग लोगों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का झूठा आरोप लगाता था.
पुलिस को इस मामले में तब जानकारी मिली, जब एक महिला ने रेप की एफआईआर द्वारका के एक थाने में दर्ज कराई थी. जांच के दौरान महिला ने अपना वोटर आईडी कार्ड तो पुलिस को दिया, लेकिन अपना पता बताने में हिचकिचाने लगी. इससे पुलिस को उस पर शक हुआ तो उसके वोटर आईडी कार्ड को चुनाव आयोग से सत्यापित करवा, जिसमें महिला के दस्तावेज फर्जी पाए गए. पुलिस ने तफ्तीश को आगे बढ़ाते हुए बलात्कार के मामलों में आरोपी बनाए गए सभी लोगों से पूछताछ की.
पुलिस ने फिर आरोपी शख्स और शिकायतकर्ता महिला के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) और उनके फोन की लोकेशन की जांच की तो पता चला कि आरोपी दिल्ली नहीं आया था और न कभी द्वारका गया था. वहीं शिकायतकर्ता के सीडीआर से पता चला कि वह भी कभी बताए गए घटनास्थल पर नहीं गई थी. इसके बाद शिकायत करने वाली महिला से पूछताछ की गई.
पता चला कि इसी महिला ने सीमापुरी में भी सामूहिक बलात्कार का एक मुकदमा दर्ज करा रखा है. बाद में यह भी पता चला कि महिला ने सोनीपत में भी सामूहिक बलात्कार का मामला दर्ज कराया हुआ है. ऐसे में पुलिस ने लोगों से पैसे एंठने के लिए रेप का झूठा मुकदमा दर्ज कराने के आरोप में महिला का गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के मुताबिक यह सेक्सटॉर्शन का मामला है, जिसमें कई महिलाएं शामिल हैं. मामले में अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.
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