नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को चुनावी राज्यों मेघालय और नागालैंड के दौरे पर पहुंचे. उन्होंने मेघालय की राजधानी शिलांग में एक रोड़ शो किया. इसके बाद तुरा में एक चुनावी रैली को संबोधित किया. मेघालय और नागालैंड में 60 विधानसभा सीटों के लिए 27 फरवरी को चुनाव होना है. पीएम मोदी ने शिलांग की जनसभा में कहा कि पूर्वोत्तर में लोगों को बांटने की कोशिश की गई, हमने उन्हें जोड़ा है. प्रधानमंत्री ने कहा, आज जिस प्रकार से शानदार और जानदार रोड शो आपने किया है…आपका यह प्यार, आपका यह आशीर्वाद…मैं आपके इस कर्ज को जरूर चुकाऊंगा. आपके इस प्यार और आशीर्वाद का कर्ज मैं मेघालय का विकास कर चुकाऊंगा, आपके कल्याण के काम को गति देकर चुकाऊंगा. आपके इस प्यार को मैं बेकार नहीं जाने दूंगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मेघालय केंद्र सरकार की एक्ट ईस्ट पॉलिसी का स्तंभ बन रहा है. मेघालय अब ऐसी सरकार चाहता है, जो अपने परिवार के बजाय लोगों को पहले रखे. मेघालय के कोने-कोने में रचनात्मकता है, अपने राज्य की संस्कृति पर गर्व करने वाले लोग हैं. भारत सफलता की नई ऊंचाइयों को छू रहा है और मेघालय इसमें महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है. अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस और उसके नेताओं पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा, कुछ लोग जिन्हें देश ने नकार दिया है, वे उदासी में डूबे हुए हैं और अब कह रहे हैं ‘मोदी तेरी कबर खुदेगी’, लेकिन देश की जनता कह रही है ‘मोदी तेरा कमल खिलेगा’. प्रधानमंत्री ने यह टिप्पणी कांग्रेस नेताओं द्वारा दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर की गई नारेबाजी पर की.
पीएम मोदी ने शिलांग में अपने रोड शो को लेकर कहा, ‘इस रोड शो की तस्वीरों ने देश के कोने-कोने में आपका संदेश पहुंचा दिया है. मेघालय में चारों तरफ बीजेपी ही बीजेपी दिख रही है. पर्वतीय हो या मैदानी इलाका…गांव हो या शहर हर तरफ कमल खिलता दिख रहा है. मेघालय के हितों को कभी भी प्राथमिकता नहीं दी गई…आपको छोटे-छोटे मुद्दों पर बांटा गया.इस राजनीति ने आपका बहुत नुकसान किया है… यहां के युवाओं का बहुत नुकसान किया है. युवा हों, महिलाएं हों, व्यापारी हों, सरकारी कर्मचारी हों, हर कोई भाजपा सरकार की मांग कर रहा है. मेघालय के साथ-साथ उत्तर पूर्व में भाजपा के प्रति जो जनसमर्थन दिख रहा है, वह कुछ परिवारों के स्वार्थी कार्य का परिणाम है.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेघालय को वंशवादी राजनीति से मुक्त होना चाहिए. दिल्ली ही नहीं, यहां भी पारिवारिक पार्टियों ने अपनी तिजोरी भरने के लिए मेघालय को एटीएम में तब्दील कर दिया है. राज्य सरकार के अवरोधों के कारण सड़क, रेल और हवाई संपर्क की कमी ने मेघालय में विकास को हमेशा अवरुद्ध किया है. पिछले 9 वर्षों के दौरान, केंद्र की भाजपा सरकार ने मेघालय और पूर्वोत्तर के विकास को सुनिश्चित करने के लिए परिस्थितियों को अनुकूल बनाया है. मेघालय के हितों को कभी प्राथमिकता नहीं दी गई. राज्य अब परिवार प्रथम वाली नहीं, बल्कि जनता सर्वप्रथम वाली सरकार सरकार चाहता है. आज कमल का फूल मेघालय की शक्ति, शांति और स्थिरता का प्रतीक बन गया है.
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