लंदन। लंदन के वेस्टमिंस्टर एब्बे में 19 सिंतबर को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का अंतिम संस्कार होने जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ब्रिटेन ने रूस, बेलारूस और म्यांमार के प्रतिनिधियों को आमंत्रित नहीं किया है। लगभग 500 विदेशी गणमान्य व्यक्तियों के महारानी एलिजाबेथ के अंतिम संस्कार में शामिल होने की उम्मीद है, जिसमें से अधिकांश उन देशों के राष्ट्राध्यक्षों को निमंत्रण भेजा गया है, जिनके साथ ब्रिटेन के राजनयिक संबंध हैं।
विश्व के 500 से ज्यादा गणमान्य के शामिल होने की उम्मीद
राजा-रानियों, राष्ट्राध्यक्षों, सरकार के प्रमुखों सहित लगभग 500 विश्व नेताओं के साथ-साथ विदेशी गणमान्य व्यक्तियों के अंतिम संस्कार में शामिल होने की उम्मीद है, जो हाल के इतिहास में ब्रिटेन की सबसे महत्वपूर्ण राजनयिक घटनाओं में से एक है।
1965 में किया गया था राजकीय अंतिम संस्कार आयोजित
ब्रिटिश मीडिया की खबरों के मुताबिक, रूस, म्यांमार और बेलारूस को अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए आमंत्रित नहीं किया गया। इससे पहले विश्व के समय करीब 57 साल पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल का 1965 में राजकीय अंतिम संस्कार आयोजित किया गया था। ‘द टाइम्स’ ने सरकारी सूत्रों के हवाले से कहा है कि प्रोटोकॉल के उल्लंघन में रूस और बेलारूस को राजकीय अंतिम संस्कार में प्रतिनिधि न भेजने के लिए कहा जाएगा।
बेलारूस ने यूक्रेन के साथ युद्ध में किया रूस का समर्थन
यूक्रेन के साथ युद्ध में बेलारूस और म्यांमार द्वारा रूस का समर्थन करने पर निमंत्रित देशों में इन तीनों को शामिल नहीं किया गया है क्योंकि पिछले साल आंग सान सू ची की निर्वाचित सरकार को सैन्य तख्तापलट के जरिये हटाए जाने के बाद से ब्रिटेन के इस दक्षिण पूर्व एशियाई देश के साथ औपचारिक कूटनीतिक रिश्ते नहीं हैं।
अंतिम संस्कार शामिल होने वाले विदेशी नेताओं को नहीं मिलेगा हेलीकॉप्टर
विश्व के नेताओं को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की अंत्येष्टि में सख्त प्रोटोकॉल लागू रहने के बारे में सूचित किया गया है। विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय दस्तावेजों के मुताबिक, अंतिम संस्कार कार्यक्रम में शामिल होने की योजना बना रहे सभी गणमान्यों और अन्य को निजी विमान के बजाय वाणिज्यिक उड़ानों से आने को कहा गया है। साथ ही, उनसे हेलीकॉप्टर का उपयोग नहीं करने को भी कहा गया है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved