मुंबई। भाई दूज का पर्व दीपावली के दो दिन बाद आता है, इस दिन बहन अपने भाई को तिलक लगाकर उसकी लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं। बॉलीवुड में इस परंपरा का काफी महत्व है। बहनें कभी देवी, मां और एक सच्चे दोस्त की तरह अपने भाइयों के सुख दुख में शामिल होकर एक चट्टान की तरह खड़े होकर भाई के दुख को खुद के ऊपर सह लेती हैं। आइये जानते हैं बॉलीवुड की कुछ मशहूर बहनों के बारे में जो अपने भाइयों के लिए देवी, मां और दोस्त से कम नहीं हैं।
इंद्र कुमार : मेरी बहन किसी देवी से कम नहीं
दीवाली के अवसर पर रिलीज हुई फिल्म ‘थैंक गॉड’ के निर्देशक इंद्र कुमार सात भाई बहन हैं। उनकी मां की मृत्यु के बाद अरुणा ईरानी ने ही सभी भाइयों की परवरिश की। इंद्र कुमार कुमार कहते हैं, ‘अगर आज मैं इस मुकाम पर हूं तो इसका पूरा श्रेय मेरी बहन अरुणा ईरानी को जाता है। बचपन में मां की मृत्यु के हमारी बहन अरुणा ईरानी ने ही हम सात भाई बहनों को पाला। मेरे लिए वह किसी देवी से कम नहीं है। आज भी जब किसी कामकाजी महिला को देखता हूं तो मेरा सिर श्रद्धा से झुक जाता है।’
रोहित शेट्टी : मेरी बहन मेरी आलोचना नहीं सुन सकती
बॉलीवुड के जाने माने निर्माता- निर्देशक रोहित शेट्टी जब वह छह साल के थे तभी उनके पिता की हो गई। पिता की मृत्यु के बाद रोहित शेट्टी को मां और बहनों की खातिर पढाई बीच में ही छोड़नी पड़ी थी। रोहित शेट्टी की तीन सगी बहनें चंदा, छाया, महक हैं। रोहित शेट्टी कहते हैं, ‘मेरी सभी बहनें मुझे पिता समान मानती है और मुझे लेकर लेकर मेरी सभी बहनें बहुत ही ज्यादा पजेसिव हैं। लेकिन महक मुझे लेकर इतनी पजेसिव है कि मेरी आलोचना किसी से नहीं सुन सकती है। अगर मेरी बात पर यकीन ना हो तो महक के सामने कोई मेरी आलोचना करके बता दें, बिना पिटे वह वापस नहीं जाएगा।’
रणवीर सिंह : मेरी बहन दूसरी मां की तरह
रणवीर सिंह की बड़ी बहन ऋतिका भवनानी लाइमलाइट से बहुत दूर रहती है। रणवीर सिंह के जीवन में उनका काफी प्रभाव है। रणवीर सिंह कहते हैं, ‘मेरी बड़ी बहन ऋतिका भवनानी मुझसे दो साल बड़ी है और वह मेरी दूसरी मां की तरह हैं। बचपन से लेकर आज तक उसका साथ रहा है। उसकी एनर्जी हमेशा मेरे आस पास रहती है मां की तरह मेरी बहन ने भी महिलाओं का सम्मान करना सिखाया है। मेरी बहन मुझे बहुत प्यार करती है बचपन में उसके लाड प्यार ने मुझे बिगाड़ दिया था और, जब भी मुझसे कोई गलती होती थी तो डांटने के बजाय बहुत ही प्यार से समझती थी।’
अर्जुन कपूर : बहन ने मेरे लिए अपना करियर कुर्बान कर दिया
अर्जुन कपूर कहते हैं, ‘मां के देहांत के बाद मैं पूरी तरह से टूट गया था, तब मेरी बहन अंशुला चट्टान की तरह मेरे साथ खड़ी थी। वह मुझसे छोटी है, लेकिन मुझसे ज्यादा होशियार और परिपक्व है। उसने अमेरिका में अच्छी नौकरी मिल रही थी लेकिन नौकरी छोड़कर वह मेरे पास चली आई। मुझे इस बात की चिंता थी कि मैं उसकी देखभाल कैसे करुंगा, लेकिन उसने खुद मुझे डिप्रेशन से उबारने में मदद की।’ अर्जुन कपूर और अंशुला कपूर निर्माता बोनी कपूर की पहली पत्नी मोना कपूर की संतानें हैं।
तुषार कपूर : बहन के सामने बोलती बंद हो जाती है
अगर बड़ा भाई पिता के सामान होता है तो, बड़ी बहन भी मां के सामान होती है। तुषार कपूर कहते हैं, ‘कई बार एकता छोटी छोटी सी बात को लेकर हाइपर हो जाती हैं। लेकिन कोई उनके सामने बोलने की हिम्मत नहीं करता है। एकता और मैं कभी एक दूसरे के काम में दखल नहीं देते हैं। हमारे सारे ऑफिशियल डिसीजन हमारी क्रिएटिव टीम द्वारा लिए जाते हैं और अगर, उसे कुछ सुझाव देने होते हैं तो वे टीम के माध्यम से ही मुझ तक पहुंचते हैं।’
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved