उज्जैन: मध्यप्रदेश के उज्जैन (Ujjain) में महाशिवरात्रि (mahashivratri) के पहले महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Temple) प्रबंध समिति ने शीघ्र और नि:शुल्क दर्शन (Quick and Free Darshan) को लेकर नया नियम लागू कर दिया है, जिसका गजट नोटिफिकेशन (gazette notification) भी जारी हो गया है. अब महाकालेश्वर मंदिर में चुनिंदा लोगों को ही फ्री में शीघ्र दर्शन की पात्रता रहेगी.
महाकालेश्वर मंदिर में अभी तक जो व्यवस्था लागू थी, उसके तहत कई विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ गणमान्य लोगों को भी शीघ्र दर्शन व्यवस्था का निशुल्क लाभ मिल रहा था. महाकालेश्वर मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है, जिसके तहत अब सभी शासकीय विभागों के अधिकारियों के साथ-साथ गणमान्य नागरिकों को भी निशुल्क शीघ्र दर्शन की पात्रता नहीं रहेगी. इसे लेकर प्रबंध समिति ने कुछ दायरा भी तय किया गया है. इस दायरे में जो व्यक्ति आएगा, उसे ही निशुल्क शीघ्र दर्शन का लाभ मिल पाएगा.
महाकालेश्वर मंदिर में शीघ्र दर्शन की निशुल्क सुविधा का लाभ साधु-संतों, महंत, महामंडलेश्वर, अखाड़ों के प्रमुख, पत्रकारों को भी मिल पाएगा. महाकालेश्वर मंदिर समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि स्थानीय पत्रकारों के अलावा बाहर से आने वाले राज्य स्तरीय अधिमान्यता प्राप्त पत्रकारों को ही शीघ्र निशुल्क दर्शन की सुविधा का लाभ मिल पाएगा. इसके अलावा, उनके परिजनों को भी किसी प्रकार की सुविधा का लाभ नहीं मिल सकेगा.
महाकालेश्वर मंदिर में शीघ्र दर्शन के लिए प्रति श्रद्धालु 250 रुपये की रसीद बनाई जाती है. इसके जरिए श्रद्धालुओं को शीघ्र ही दर्शन हो जाते हैं. वैसे आम दिनों में सामान्य लाइन में भी आधे घंटे के भीतर भगवान के दर्शन हो जाते हैं, लेकिन महाशिवरात्रि पर्व के दौरान काफी लंबी कतार लग जाती है. इस बार महाशिवरात्रि पर शीघ्र दर्शन की व्यवस्था बंद रहेगी. ऐसी स्थिति में आम श्रद्धालुओं के साथ ही वीआईपी को भी दर्शन करने होंगे.
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